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Kannauj News: लोकतंत्र सेनानी की अंतिम बिदाई में उमड़ा जनसैलाब

Kannauj News: लोकतंत्र सेनानी 90 वर्षीय रघुराज पुत्र रमई का सोमवार को दोपहर निधन हो गया। सूचना पर गांव के लोग बड़ी संख्या में उनके आवास पर पहुंचे।

Pankaj Srivastava
Published on: 28 May 2024 4:01 PM IST
Crowd gathered at the last farewell of democracy fighter Ramai
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लोकतंत्र सेनानी रमई की अंतिम बिदाई में उमड़ा जनसैलाब: Photo- Newstrack

Kannauj News: कन्नौज जिले के एक लोकतंत्र सेनानी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन पर गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। जिले के थाना ठठिया के मौजा निस्तौली के गांव रमईपुर्वा श्यामपुर गांव निवासी लोकतंत्र सेनानी 90 वर्षीय रघुराज पुत्र रमई का सोमवार को दोपहर निधन हो गया। सूचना पर गांव के लोग बड़ी संख्या में उनके आवास पर पहुंचे। पुलिस भी मामले की जानकारी की बाद पहुंची।

आज मंगलवार को कन्नौज स्थित मेंहदी घाट पर सुबह सेनानी का अंतिम संस्कार किया गया। स्व. सेनानी के एक पुत्र सुदामा और एक पुत्री उषा देवी हैं। दोनों की शादियां हो चुकी हैं। सेनानी अपने पीछे अपनी पत्नी 85 वर्षीय श्रीदेवी उर्फ राजकुमारी को छोड़ गये हैं।सेनानी के निधन पर गांव में उनके आवास पर लोगों की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी।


लोकतंत्र सेनानी रमई का 90 वर्ष की उम्र में निधन

बताते चलें कि ठठिया थाना क्षेत्र के मौजा निस्तौली के गांव रमई पुरवा श्यामपुर निवासी रघुराज पुत्र रमई का 90 वर्ष की उम्र में कल सोमवार को निधन हो गया था। उनकी मृत्यु की सूचना पर गांव सहित आसपास क्षेत्र से भी लोगों की भीड़ उमड़ी।


जय गुरुदेव के अनुयाई स्व. रघुराज का आज कन्नौज स्थित मेंहदी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व इनकी अंतिम शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुये। गाजे बाजे के अलावा उनके पार्थिव शरीर को फूल मालाओं से लादकर उनको बिदा किया गया।तिर्वा तहसीलदार, लेखपाल के अलावा थाना पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा और स्व. सेनानी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।


पिता का आजादी की लड़ाई में रह योगदान

सेनानी के पुत्र सुदामा ने बताया कि उनके पिता का देश की आजादी की लड़ाई में भी अभूतपूर्व योगदान रहा। प्रदेश में जो भी सरकार बनी, उसके द्वारा लगातार उनके जीवन यापन को संभव मदद राशि सहित उपयुक्त सहयोग किया गया। सेनानी की अंतिम यात्रा के दौरान परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला भी जारी रहा।



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Shashi kant gautam

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