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Kannauj: इत्र नगरी के प्राचीन शिव मंदिर में Mahashivratri के अवसर पर उमड़ा भक्तों का सैलाव
Kannauj News: महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह से ही भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। जिले का सबसे प्राचीन मंदिर में विराजमान सिद्धपीठ बाबा गौरीशंकर की कृपा भक्तों पर बरस रही है।
Kannauj News: इत्र नगरी कन्नौज में आज महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर सुबह से ही भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। जिले का सबसे प्राचीन और भव्य मंदिर में विराजमान सिद्धपीठ बाबा गौरीशंकर का आर्शीवाद और उनकी कृपा भक्तों पर बरस रही है। यह मंदिर कन्नौज के पूर्वी छोर पर स्थित भव्य शिव मंदिर है। जिसकी विशेष बात है कि गर्भगृह में स्थित अद्भुत शिवलिंग में पूरे शिव परिवार के दर्शन हो जाते हैं। इस कारण से इस मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु काफी दूर–दूर से पूरे मनोयोग से बाबा भोलेनाथ के दर्शन को आते हैं। शिवरात्रि के पावन पर्व पर हजारों की संख्या मे भक्तों का तांता लगा हुआ है। आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सुबह से ही मंदिर व शिवालयों में हर-हर महादेव का उद्घोष के साथ रुद्राभिषेक व जलाभिषेक किया गया। भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की।
भक्तों ने किया गौरी पीठ का दर्शन
आपको बताते चलें कि कन्नौज शहर के पूर्वी छोर में स्थित बाबा गौरीशंकर मंदिर को पौराणिक भाषा में गौरी पीठ भी कहा जाता है। लोकोक्ति है कि जहां-जहां माता सती के शव के अंग गिरे थे वहां-वहां शक्तिपीठों की स्थापना हुई थी। उसी क्रम में कान्यकुब्ज यानि इत्र नगरी कन्नौज में मां गौरी के अंग गिरने से यह स्थान भी शक्तिपीठ में शुमार किया जाता है। श्रद्धालु गौरी और शंकर दोनों को अर्धनारीश्वर रूप में भी देखते हैं, अर्थात शिव का आधा अंग पुरुष रूप में है और दूसरे रूप में पार्वती स्वरूप हैं। रामचरित मानस में भी इसका उल्लेख मिलता है। बाबा गौरीशंकर मंदिर का गौरवशाली इतिहास काफी पुराना है। इस ऐतिहासिक सिद्धपीठ के बारे में कुछ स्थानों पर उल्लेख मिलता है कि सम्राट हर्षवर्धन के समय में यहां एक हजार एक पुजारी शिवार्चन करते थे। आज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों में पहुंचकर भगवान शिव के शिवलिंग की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए भारी संख्या में इस अलौकिक शिव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ का तांता लगा हुआ है।