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Kannauj News: दो अंतर्राष्ट्रीय ठग गिरफ्तार, इंदौर पुलिस के कन्नौज तक पहुंचे हांथ, देखें क्या है पूरा मामला
Kannauj News: साइबर ठगी के आरोपी के भाई अरशद ने बताया कि हमारे कन्नौज जिले में 4 मदरसे संचालित हैं, जिसमें से सतोरट में सबसे पुराना कक्षा 1 से 8 तक का फलाह दारीन साबिरी मदरसा है, जिसके संचालक असद के पिता अली अहमद हैं।
Kannauj News: डिजिटल गिरफ्तारी के जरिए मदरसे के खाते में पैसे जाने के मामले में लाखों रुपये की ठगी के आरोप में इंदौर में गिरफ्तार संचालक और शिक्षक के परिजन उन्हें निर्दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि हम करीब 20 साल से मदरसा चला रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। कुछ दिन पहले इंदौर के एक व्यक्ति ने खुद को साहिल बताते हुए विभिन्न संगठनों से आर्थिक सहयोग की बात करते हुए मदरसे के लिए खाता खुलवाने की बात कही थी। जिसके बाद उसने तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सतोरट गांव निवासी मदरसा शिक्षक और संचालक के बेटे असद अहमद से मदरसे के कागजात लेकर कुछ दिन पहले आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवा दिया।
साइबर ठगी के आरोपी के भाई अरशद ने बताया कि हमारे कन्नौज जिले में 4 मदरसे संचालित हैं, जिसमें से सतोरट में सबसे पुराना कक्षा 1 से 8 तक का फलाह दारीन साबिरी मदरसा है, जिसके संचालक असद के पिता अली अहमद हैं। इसके अलावा एक और मदरसा निस्वा फलाह दारीन साबिरी मदरसा है। जिसका संचालन असद करते हैं। डिजिटल गिरफ्तारी के दौरान इसी मदरसे के खाते में पैसे जमा हुए थे। इसके अलावा सदर के मियागंज में डिग्री कॉलेज और मदरसा है।
अली अहमद का सबसे छोटा बेटा अरशद डिग्री कॉलेज चलाता है। वह अपने पिता और भाई को निर्दोष बता रहा है। असद की पत्नी तरन्नुम ने भी 5 दिसंबर को इंदौर पुलिस को एक आवेदन दिया है, जिसमें फोन करके आर्थिक मदद का झांसा देकर बहला-फुसलाकर ले जाने वाले साहिल को मुख्य आरोपी बताया है और उसे गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है। गिरफ्तार मदरसा संचालकों के बारे में स्थानीय निवासियों को कोई खास जानकारी नहीं है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अली अहमद पहले डॉक्टर था, फिर उसने कॉलेज खोलकर पढ़ाना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस उसे उठाकर ले गई, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उसे क्यों ले गए।