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यूपी में एक बार फिर दिखा डाक्टरों का तांडव, थाने में की मारपीट
कानपुर: जिले के मेडिकल कालेज के डाक्टरों का ताण्डव एक बार फिर देखने को मिला । तीमारदारों और डाक्टरों के बीच झगडे की सूचना पर पहुंची पुलिस पर डाक्टरों ने हमला बोल दिया जिससे पुलिस को वहां से भागना पड़ा। डाक्टर इतने में भी नहीं रुके, चालीस-पचास की संख्या में डाक्टरों ने पुलिस थाने पर हमला बोल दिया। डंडो से लैस डाक्टरों ने थाना परिसर में तोडफोड की। पहरे पर मौजूद होमगार्ड ने जब डाक्टरों को रोकने का प्रयाश किया तो उस पर डंडो से हमला कर दिया जिससे उसका एक हाथ टूट गया। पुलिस पर हमला करने पर दो डाक्टरों को हिरासत में लिया गया है।
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दरअसल, मेडिकल कालेज में बने ब्लड बैंक में देर रात खून ना मिलने पर तीमारदारों ने जमकर हंगामा काटा, जिसकी सूचना पर पुलिस की डायल 100 गाडी मौके पर पहुंची लेकिन पैथोलॉजी के अस्सिटेंस प्रोफ़ेसर डॉ योगेंद्र वर्मा और डॉ मणि शंकर पुलिस से हाथापाई करने लगे जिससे डायल 100 के सिपाही अपनी जान बचाकर भाग निकले।
डायल 100 में तैनात वीरपाल सिंह ने बताया की रात दो बजे सूचना मिली थी कि डाक्टर झगड़ा कर रहे है और खून नहीं दे रहे है। डाक्टर शराब के नशे में थे और वहां से चले गए। कुछ देर बाद वो लड़को को बुला लाये और पुलिस से बत्तमीजी करने लगे और गाडी तोड़ने लगे जिससे जान बचाकर भागना पड़ा।
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नशे में धुत्त डॉ योगेंद्र और मणि शंकर ने इतने पर भी बस नहीं किया वह अपने कई जूनियर डाक्टरों के के साथ डंडो से लैस होकर स्वरुप नगर थाने पर धावा बोल दिया। डाक्टरों ने थाने में जमकर तोडफोड की पुलिस की मोटरसाइकिल और कुर्शिया पलटा दी। पहरे पर मौजूद होमगार्ड शिवदास गौतम ने जब डाक्टरों को रोकने की कोशिश की उसपर डंडो से हमला कर दिया जिससे उसका एक हाथ टूट गया। थाने पर हमला करने वाले दो डाक्टरों को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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