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Kanpur News: कृषि उद्योग में अहम भूमिका निभाएंगे एआई और डिजिटल मार्केटिंग

Kanpur News: आज के समसामयिक समय में विपणन और प्रौद्योगिकी अपरिहार्य होते जा रहे हैं, यह कृषि-विपणन के लिए एक उपयोगी समय है।

Newstrack          -         Network
Published on: 4 March 2025 9:34 PM IST
Kanpur News: कृषि उद्योग में अहम भूमिका निभाएंगे एआई और डिजिटल मार्केटिंग
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Kanpur News

Kanpur News: चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसएयूएटी), कानपुर में मंगलवार को JIMMC के सहयोग से 'एआई और इंटरनेशनल एग्रीकल्चर-ट्रेडिंग के साथ डिजिटल मार्केटिंग' में सप्ताह के सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत हुई। विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि और सीएसए यूएएंडटी के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार सिंह ने एआई और डिजिटल मार्केटिंग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आने वाले समय में कृषि का भविष्य बहुत बड़ा है।

उन्होंने बताया कि समय की मांग एक तकनीकी तंत्र विकसित करने की थी जो कृषि में शामिल प्रथाओं के पड़ने वाले प्रभाव में सुधार करेगा और दी गई तकनीक से कृषि व्यवसाय को कई गुना बढ़ा देगा। उन्होंने बताया कि कृषि निर्यात को दोगुना करके 100 अरब रुपये करने में मदद करेगा जो वर्तमान में 50 अरब रुपये था। वीसी ने कहा कि इस तरह के पाठ्यक्रम का अध्ययन करने वाले स्टूडेंट्स को बाजार को समझने में मदद मिलेगी और वे ये भी सीख सकेंगे कि वह बाजार, उद्योग के विकल्पों से कैसे जुड़ सकते हैं। इसके अलावा वह कृषि क्षेत्र में मानव संसाधन भी तैयार कर सकते हैं।


उन्होंने यह भी बताया कि भारत में कृषि उद्योग के विस्तार में एआई और डिजिटल मार्केटिंग कैसे उपयोगी साबित होंगे। जागरण एजुकेशन फाउंडेशन के सीईओ और पूर्व ईडी, यूपी स्टॉक एक्सचेंज, डॉ. जेएन गुप्ता ने अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि हाल के दिनों में मार्केटिंग ने भारत के ग्रामीण परिदृश्य के मानचित्र को बदलने में मदद की है। उन्होंने कहा कि चूँकि आज के समसामयिक समय में विपणन और प्रौद्योगिकी अपरिहार्य होते जा रहे हैं, यह कृषि-विपणन के लिए एक उपयोगी समय है। उन्होंने कहा कि यह सर्टिफिकेट कोर्स कृषि व्यापार को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

वहीं नमस्ते इंडिया के नेशनल हेड, रिटेल, राजीव मिश्रा ने कहा कि यह सर्टिफिकेट कोर्स भारत का भविष्य है। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े विशेषज्ञ आगे बढ़ेंगे और यह कोर्स रोजगार पैदा करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि मुख्य बात कृषि क्षेत्र को बढ़ाने के लिए एआई और डिजिटल मार्केटिंग को एकीकृत करना है क्योंकि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।


सीएसजेएमयू के प्रबंधन प्रमुख डॉ. अंशू ने कहा कि कृषि को प्रौद्योगिकी के साथ एकीकृत करना समय की मांग है और ऐसे पाठ्यक्रम देश में क्रांति लाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे पाठ्यक्रमों की शुरूआत से छात्रों के प्लेसमेंट में मदद मिलेगी।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विशेषज्ञों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में हिस्सा लिया. उद्घाटन में भाग लेने वाले विशेषज्ञों में पुणे से मिशन मार्केट मिर्ची की संस्थापक डॉ. प्रगति गोखले, डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ डॉ. गौरव पटेल, एनआईएएम, जयपुर से डॉ. रमेश मित्तल ने कहा कि यह कहीं भी अपनी तरह का पहला कोर्स था। इसके अलावा जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन के डायरेक्टर डॉक्टर उपेंद्र पांडेय , एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर भावना वाल , असिस्टेंट प्रोफेसर श्री धीरज शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर श्री राम जी बाजपई , असिस्टेंट प्रोफेसर सुश्री प्रियम चटर्जी , ग्राफिक हेड सुश्री अक्षिता वर्मा भी उपस्थित रहे।


सभी विशेषज्ञों ने पाठ्यक्रम के शुभारंभ की सराहना की। जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन के कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉक्टर संजय चंदानी ने बताया कि पाठ्यक्रम की अवधि 4 मार्च से 15 अप्रैल, 2025 तक है। पाठ्यक्रम के संचालन के दौरान, विशेषज्ञ डिजिटल मार्केटिंग और एआई से संबंधित विषयों पर ज्ञान साझा करेंगे। इसे हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा।

Ramkrishna Vajpei

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