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Kanpur News: GSVM में एलर्जी के मरीजों का आयुर्वेदिक दवाओं से होगा इलाज
Kanpur News: गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में मरीजों का उपचार आयुर्वेद की दवाइयां के द्वारा किया जाएगा। एलर्जी की सबसे ज्यादा पीड़ित मरीजों को इसमें शामिल किया जाएगा।
Kanpur News: गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज कानपुर में मरीजों का उपचार आयुर्वेद की दवाइयां के द्वारा किया जाएगा। एलर्जी की सबसे ज्यादा पीड़ित मरीजों को इसमें शामिल किया जाएगा। आयुर्वेद की दवा एलर्जी वाले मरीजों पर काफी कारगर साबित हुई है। सोमवार को प्रिंसिपल डॉ. संजय कला व आयुर्वेदाचार्य पदमश्री अवार्डी बालेंदु प्रकाश द्वारा पत्रकार वार्ता में बताया गया कि अब कानपुर मेडिकल कॉलेज में मरीज का उपचार आयुर्वेदिक दवाइयों से भी किया जाएगा। इसके परिणाम काफी सुखद देखने को मिल रहे हैं।
एलर्जी में सफल साबित हुई है इम्बो दवा
आयुर्वेदिक की एक दवा है इम्बो, यह काफी कारगर साबित हुई है। इसका लंबे समय से शोध किया जा रहा था। पिछले दो सालों के अंदर इस दवा का प्रयोग 1000 से अधिक लोगों में किया जा चुका है। एलर्जी को जड़ से खत्म कर देने में कारगर साबित हुई है। कानपुर मेडिकल कॉलेज ने भी इस दवा का प्रयोग 250 मरीजों में किया है। इसका परिणाम देखने को अच्छा मिला है।
अभिनेता नसरुद्दीन शाह के परिवार पर प्रयोग की गई थी दवा
आयुर्वेदाचार्य विद्या बालेंदु ने बताया कि इस दवा को बनाने के बाद इस्तेमाल उन्होंने खुद पर किया। 1997 में उन्हें एलर्जी के कारण जुकाम हो गया था। इसके बाद से आज तक उन्हें जुकाम नहीं हुआ। वह अभिनेता नसरुद्दीन शाह के परिवार के नजदीकी भी है। इस कारण नसरुद्दीन शाह के परिवार ने भी उनसे दवा ली और उस परिवार को काफी फायदा मिला था। वहीं बालेंदु प्रकाश, पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायण के फैमिली डॉक्टर भी रहे हैं।
18 जड़ी बूटियां से बनी है दवा
इस दवा में 18 प्रकार की जड़ी बूटियां जैसे आंवला, हर, बहेड़ा, हल्दी, शराब हल्दी, नागर मोहता, चित्रा की छाल आदि चीजों का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा मंडूर भस्म का भी इस्तेमाल किया है। यह मरीजों में 1 मिनट में असर दिखाती है।
मेडिकल जनरल में छपा है यह शोध पत्र
बालेंदु प्रकाश ने बताया कि क्यूरोस नामक मेडिकल जनरल में हमारा यह शोध पत्र भी छप चुका है। दवा का प्रयोग करने से किसी भी मरीज में कोई भी साइड इफेक्ट अभी तक देखने को नहीं मिला है। बीमारी को जड़ से खत्म कर देने में कारगर साबित हुई है। अब अगला कदम कानपुर मेडिकल कॉलेज के साथ बढ़ाया है। पीजीआई अस्पताल में भी प्रयोग किया जा चुका है।
आयुर्वेद में शोध करने पर मिला पद्मश्री
आयुर्वेद में विभिन्न तरह के शोध करने के कारण आयुर्वेदाचार्य विद्या बालेंदु प्रकाश को 2022 में पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। आयुर्वेद से हर मर्ज का इलाज संभव है। आजकल नई-नई टेक्नोलॉजी आ गई है। हम दवा को जड़ी बूटियां के माध्यम से एक सही मात्रा में बना सकते हैं। पहले इतनी टेक्नोलॉजी नहीं थी।