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Kanpur News: ड्रोन से की गई बारावफात जुलूस की निगरानी, गली से रोड तक दिखी पुलिस

Kanpur News: पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा फूलबाग चौराहा में मय पुलिस फोर्स के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया गया।जुलूस के मार्ग की ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई तथा सम्बन्धित पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

Anup Pandey
Published on: 16 Sept 2024 7:55 PM IST
Kanpur News ( Pic- Newstrack)
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Kanpur News ( Pic- Newstrack)

Kanpur News: कानपुर शहर में बारावफात को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस उपायुक्त पूर्वी, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा फूलबाग चौराहा में मय पुलिस फोर्स के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया गया।जुलूस के मार्ग की ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई तथा सम्बन्धित पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।


जुलूस की ड्रोन से की गई निगरानी

बारावफात को दृष्टिगत रखते हुए थाना बेकनगंज क्षेत्र, नई सड़क दादा मियां चौराहा, रामलीला ग्राउंड थाना क्षेत्र कोतवाली में पुलिस अधिकारियों द्वारा पुलिस फोर्स के साथ जुलूस में मौजूद रहकर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। जुलूस के मार्ग की ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई।पुलिस उपायुक्त पूर्वी, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा फूलबाग चौराहा में मौजूद रहकर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।जुलूस के मार्ग की ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई।सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से बना रहा।पुलिस द्वारा जनता से अपील की गई कि वे शांति और सौहार्दपूर्वक त्यौहार मनाएं।किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए और अफवाहों को फैलने से रोकने की अपील की।


अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चन्दर ने बताया कि बारावफात त्यौहार में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए जनपद में भ्रमणशील रहकर बारावफात जुलूसों का निरीक्षण किया तथा ड्यूटी में लगे अधिकारी कर्मचारी को सतर्कता से ड्यूटी करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। वहीं सिविल पुलिस में भी कर्मचारी लगे हुए है। चौराहे चौराहे पर सीसीटीवी भी लगवाएं गए है। जुलूस की सभी गतिविधियों को सीसीटीवी की मदद से देखा जा रहा हैं।इसलिए ईद-ए-मिलाद-उल-नबी का त्योहार मुस्लिम समुदाय के बीच धूमधाम के साथ मनाया जाता है। और इसे ईदों में ईद कहा जाता है। हालांकि इस दिन को लेकर लोगों के बीच अलग-अलग मान्यताएं भी हैं।कुछ लोगों का मानना है कि यह दिन पैगंबर मुहम्मद के जन्म के साथ ही मौत की भी तारीख है। इसलिए इसे बारह-वफात यानी मौत का दिन कहा जाता है



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Shalini Rai

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