TRENDING TAGS :
Kanpur पुलिस की छवि धूमिल ! दो इंस्पेक्टर,17 दरोगाओं समेत 141 पुलिसवालों पर एक्शन...प्रमोशन-इंक्रीमेंट भी अटका
Action against Policemen: पुलिस अधिकारियों ने सभी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी थी। जांच की जिम्मेदारी एडिशनल डीसीपी से लेकर एसीपी को सौंपी गई थी।
Action against Policemen in Kanpur: यूपी के कानपुर से बड़ी खबर सामने आयी है। पुलिस की छवि धूमिल करने वाले कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है। उच्च पुलिस अधिकारियों ने जांच में सभी को दोषी पाया। जिसके बाद उन पर सख्त कार्रवाई की गई। इनमें इंस्पेक्टर, दरोगा सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी शामिल हैं।
141 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
कानपुर में हत्या, लूट, धोखाधड़ी, चोरी, किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने जैसे मामलों में लापरवाही बरतने वाले दो इंस्पेक्टरों, 17 दरोगाओं समेत 141 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। जांच अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद उच्चाधिकारियों ने बैड एंट्री और अर्थदंड से दंडित किया है।
3 से 5 साल तक न तो प्रमोशन और न इंक्रीमेंट
विपिन कुमार मिश्रा,एडीसीपी, क्राइम एवं मुख्यालय ने बताया कि, 'दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों को 3 से 5 साल तक न तो प्रमोशन मिलेगा और न ही इंक्रीमेंट होगी। क्योंकि, इन पुलिस वालों ने विवेचना में लापरवाही बरती। मामलों में लापरवाही बरतने वाले 2 इंस्पेक्टर, 17 दरोगाओं पर बड़ी कार्रवाई की गई है। अन्य पुलिसकर्मी काम के प्रति लापरवाह पाए गए। पुलिस रिकार्ड के अनुसार पिछले चार साल में दो इंस्पेक्टर, 17 दरोगा, 37 हेड कांस्टेबल, 58 कांस्टेबल व 12 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही के आरोप लगे थे।
बैठाई गई थी जांच
पुलिस अधिकारियों ने सभी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी थी। जांच की जिम्मेदारी एडिशनल डीसीपी से लेकर एसीपी को सौंपी गई थी। जांच अधिकारियों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी। जांच अधिकारियों के रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।जिसमे सुभाष चंद्र, अशोक कुमार, अभिषेक सोनकर, आनंद शर्मा, पंकज कुमार राठी, विजय प्रकाश सिंह, इंद्रपाल सिंह, संदीप कुमार, विमल बैगा, अलख निरंजन, जगदीश वर्मा, यतेंद्र पाल सिंह, पंकज कुमार जायसवाल, सर्वेंद्र कुमार, सुधाकर पांडेय, चंद्र प्रकाश तिवारी, रवि कुमार दीक्षित। इसके अलावा मुख्यालय स्तर पर हुए जांच में दो हेड कांस्टेबल, चार कांस्टेबल व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को दंडित किया गया है।
इस मामले में एडिशनल सीपी क्राइम एवं मुख्यालय ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह पुलिस कर्मियों को सजा दी गई। काम के प्रति लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर किसी भी कीमत में रियायत नहीं की जाएगी।