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Kanpur news: मजदूरी करने निकले मजदूर को सांड ने पटक-पटक उतारा मौत के घाट

Kanpur news: बिधनू क्षेत्र में गुरुवार को मजदूरी करने जा रहे मजदूर को सांड ने पटक -पटक कर अधमरा कर दिया। ग्रामीणों ने जैसे तैसे सांड को लाठी - डंडे लेकर भगाया। जब तक वह उसके पास पहुंचे तब तक पीड़ित मौत हो चुकी थी।

Anup Pandey
Published on: 21 March 2024 9:21 AM GMT
Kanpur News
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मृतक का पंचनामा भरते पुलिस अधिकारी  source: Newstrack

Kanpur news: कानपुर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा जानवरों का आतंक बना हुआ है। इन आवारा जानवरों ने लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। वहीं बिधनू क्षेत्र में गुरुवार को मजदूरी करने जा रहे मजदूर को सांड ने पटक -पटक कर अधमरा कर दिया। ग्रामीणों ने जब यह मंज़र देखा तो किसी तरह सांड को भगाया। जब तक सब्भी लोग मजदूर के पास पहुंचे तब तक उसकी सांस थम चुकी थी। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मजदूरी करके चलाता था घर

तेजीपुरवा गांव निवासी मजदूर हीरालाल पासवान उम्र 45 अपने छोटे भाई राजकुमार के परिवार के साथ मिलकर मजदूरी करता था। रोज की तरह हीरालाल काम की तलाश में रमईपुर स्थित घाटूखेड़ा गांव में पैदल जा रहा था। इसी दौरान जब वह एक गली में पहुंचा तो उसी समय एक सांड ने उसे सींग मारते हुए सड़क पर गिरा दिया। उसके बाद पेट पर लगातार सींग मारते हुए उसे अधमरा कर दिया। जिससे मजदूर अचेत होकर गिर पड़ा। ग्रामीणों ने जैसे तैसे सांड को लाठी - डंडे लेकर भगाया। जब तक वह हीरालाल के पास पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

आवारा मवेशियों से परेशान किसान

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सांड का आतंक बीते कई दिनों से व्याप्त है। मवेशियों से किसान परेशान हो चुका है। ये जानवर फसल भी चौपट कर रहें है। बीते दिनों पहले ग्रामीण कुत्तों से परेशान थे। अब आवारा मवेशियों से परेशान है। वहीं सांड के आतंक से एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीण घायल हो चुके है। मजदूर की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया और ग्रामीणों में रोष है। वहीं सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने पंचनामा भरते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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