Kanpur News: प्रेमी जोड़े ने श्रम विभाग में किया करोड़ों का गोलमाल, 6 आरोपी गिरफ्तार

Kanpur News: श्रम विभाग में हुई साइबर धोखाधड़ी कर एक करोड़ से अधिक की धनराशि निकाले जाने वाले आरोपियों को रायपुर, छत्तीसगढ़ तथा अन्य अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया।

Anup Pandey
Published on: 14 Feb 2024 4:54 PM GMT
Kanpur News
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Kanpur News (Pic:Social Media)

Kanpur News: पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट कानपुर नगर की संयुक्त टीमों द्वारा श्रम विभाग में हुई साइबर धोखाधड़ी कर एक करोड़ से अधिक की धनराशि निकाले जाने वाले आरोपियों को रायपुर, छत्तीसगढ़ तथा अन्य अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। जिसमें खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत किया गया। इस घटना में श्रम विभाग की भी लापरवाही भी दिखी।

घटना का संक्षिप्त विवरण

एक फरवरी को अपर श्रमायुक्त कानपुर मण्डल कल्पना श्रीवास्तव द्वारा लिखित तहरीर दी गई कि साइबर अपराधियों द्वारा UPBOCW द्वारा संचालित कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत अनुदान के फर्जी आवेदन कर उनकी आईडी व अधिकारियों के फर्जी डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग कर डीएलसी तथा एलसी की आईडी को स्वीप करते हुए लगभग कुल 196 अपात्र श्रमिकों के खाते में लगभग 1 करोड 7 लाख की धनराशि का साइबर धोखाधड़ी कर ट्रांसफर कर लिया गया है। तहरीर के आधार पर साइबर थाना कमिश्नरेट कानपुर नगर पर मुकदमा 5/24 धारा 420/409 आईपीसी तथा 66 आईटी एक्ट पजीकृत किया गया था।

खुलासे के लिए बनाई चार टीम

पुलिस आयुक्त के निर्देश पर पुलिस उपायुक्त अपराध/मुख्यालय द्वारा साइबर थाना एवं सर्विलास तथा स्वाट टीम सहित 4 टीमों का गठन किया गया। अभिसूचना संकलन की कार्यवाही करते हुए अभियुक्त गणों को चिन्हित कर अपराध से सम्बन्धित सम्पति, अभिलेख व डिजिटल इलैक्ट्रानिक डिवाइस बरामद किया। जहां रायपुर, छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।

64 लाख की रकम हुई फ्रीज

आरोपियों द्वारा विभिन्न खातों में अपराध से आई हुई लगभग 64 लाख रुपये की रकम को भी फ्रीज कर दिया गया। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश करने की कार्यवाही की जा रही है। वहीं गिरफ्तार करने वाली टीम को 01 लाख रुपये/- की धनराशि से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है।

पूछताछ में उगला राज,मास्टर माइंड चलाता था सीएससी

आरोपियों से पूछताछ की गई तो इस पूरी साइबर धोखाधड़ी का मास्टर माइड उदित मिश्रा है। जो की पूर्व में सजेती घाटमपुर में सी०एस०सी चलाता था। इसी दौरान वह अपनी महिला मित्र नैसी ठाकुर तथा गैंग के सदस्यों मुनाजिर, अर्जान, यासीन, ललित कश्यप, मस्तान व सीतापुर निवासी बिनय दीक्षित के संपर्क में आया। उदित मिश्रा की महिला मित्र नैसी ठाकुर जो कि कंप्यूटर साइंस में बीटेक है। तथा उदित मिश्रा ने भी यूट्यूब तथा अन्य माध्यम से साइबर सिक्योरिटी के कई ऑनलाइन कोर्स किए हैं। श्रम विभाग की वेबसाइट पर की प्रोग्रामिंग तथा मौजूद वेबसाइट की सुरक्षा खामियों एवं मौजूद बग की पहचान कर कई तरह के बाईपास तलाश कर लिए थे।

संविदा सहायक लेखाकार की मदद से हुआ अपराध

सीतापुर निवासी विनय दीक्षित जो की मंडलीय श्रम विभाग में संविदा पर सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत है। श्रम विभाग के एलसी एवं डीएलसी के यूजरनेम पासवर्ड की सूची की डिजिटल सिग्नेचर प्रदान किया। जिसके माध्यम से इन लोगों ने अपात्र श्रमिकों के फर्जी पंजीकरण कर तथा कन्या विवाह योजना का आवेदन कर ऑनलाइन श्रम विभाग के अकाउंट से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर कर लिया।

इसके पूर्व दिनाक 17 जनवरी को करीब 13/14 अपात्र लोगों के फर्जी आवेदन कर करीब 15 लाख रुपए निकले थे। प्रथम बार सफल हो जाने पर मुनाजिर, अरजान, यासीन, मस्तान, विनय दीक्षित तथा अन्य लोगों द्वारा उपलब्ध कराए गए मुरादाबाद, अमरोहा, सीतापुर, तथा कानपुर नगर के अपात्र व्यक्तियों के आधार कार्ड तथा आधार इनेबल्ड पेमेंट बैंक अकाउंट उपलब्ध कराए गए। इस तरह से इन लोगों ने मिलकर करीब 201 आपात्र आवेदनों से करीब एक करोड़ 10 लाख रुपए साइबर धोखाधड़ी कर ट्रांसफर कर लिए।

फर्जी अभिलेखों के आधार पर अनुदान राशि ट्रांसफर

अभियोग की विवेचना के दौरान 17 जनवरी 2024 को भी 15 लाख रुपये इसी तरह से निकाले थे। अब तक की विवेचना से लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड अब तक प्रकाश में आया है। अभियुक्तगणों द्वारा पूर्व में भी अन्य योजनाओं में कर्मचारियों की मिली भगत से फर्जी अभिलेखों के आधार पर आपात्र लोगों को अनुदान राशि ट्रांसफर कर सरकारी धन का गबन किया गया। अभियुक्तों द्वारा धोखाधड़ी कर प्राप्त धनराशि से ज्वैलरी तथा जमीन आदि तथा चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी प्राप्त हुई है।

गिरफ्तार आरोपियों में उदित मिश्रा पुत्र सुनील मिश्रा निवासी-सजेती थाना सजेती कानपुर नगर हाल पता-19वां मंजिल बिल्डिंग पारा थाना-पारा लखनऊ, नैन्सी ठाकुर पुत्री गोविन्द ठाकुर निवासी-253 वीर सावरकर नगर फेस-02 एम आई डी सी ऐरिया बुटी बोरी नागपुर महाराष्ट्र, अंकित पुत्र सुनील मिश्रा निवासी-सजेती थाना सजेती कानपुर नगर हाल पता-19वां मंजिल बिल्डिंग पारा थाना-पारा लखनऊ, मोहम्मद यासीन पुत्र खुशींद अली निवासी-ग्राम बासिदपुर टिगरी थाना मोजपुर जनपद मुरादाबाद उम्र-40 वर्ष, ललित कश्यप पुत्र तुलसी राम निवासी-293 अम्बेडकर नगर थाना कटघर मुरादाबाद उम्र-30 वर्ष करीब, विनय दीक्षित पुत्र रामनिवास दीक्षित निवासी-आर्दश नगर सेक्टर-01 सीतापुर के निवासी है।

खातों में मिली राशि

विभिन्न खातों में साइबर थाना द्वारा 63 लाख रुपये की धनराशि को फ्रीज कराया गया,9 मोबाइल और घटना में प्रयुक्त 5 लैपटाप,1 सोने की चेन, 2लाख 39 हजार रुपये नकद कैश, सामानों की क्रय रशीदें, बैंक पासबुक, एक चेकबुक बरामद हुई है।

Durgesh Sharma

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