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Kanpur: BJP ज्वॉइन करने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष बोले- पार्टी के नहीं बल्कि नेता की विचारधारा वाले थे
Kanpur: पूर्व विधायक अजय कपूर ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई। सदस्यता ग्रहण करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के कानपुर नगर लाल बंगला निवास पहुंचें।
Kanpur News: लोकसभा चुनाव और पार्टी की छवि को देख कांग्रेस नेता इस समय भाजपा की सदस्यता ज्वाइन कर रहे है। वहीं भाजपा ज्वाइन करते ही कांग्रेस का ग्राफ का गिरता हुआ नज़र आ रहा है। जहां लोकसभा चुनाव की कानपुर सीट कमजोर होती नजर आ रही है। वहीं कुछ कांग्रेसी बोले जीत हार तो लगी रहती है। लेकिन चुनाव से पहले पार्टी छोड़ना गद्दारी होती है। जो साफ दिख रहा है। जो नेता भाजपा ज्वॉइन कर रहे है। वो कांग्रेस के लिए नहीं एक नेता के लिए काम कर रहें थे।
दर्जनों कांग्रेसी और बीएसपी नेताओं ने ज्वॉइन की बीजेपी
आज कानपुर शहर से दर्जनों पार्षद पूर्व विधायक अजय कपूर के नेतृत्व में लखनऊ में जाकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की अगवाई में भाजपा की सदस्यता और पटका पहना। वहीं बीएसपी से पूर्व में चुनाव लड़े सचिन त्रिपाठी, संदीप शर्मा और पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी अंबुज शुक्ला ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इन सबको पूर्व विधायक अजय कपूर ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई। सदस्यता ग्रहण करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के कानपुर नगर लाल बंगला निवास पहुंचें।
जिलाध्यक्ष नौशाद मंसूरी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कानपुर नगर के नौशाद मंसूरी ने कहा कि पहले भी ये पार्टी के लिए नहीं अपने लिए काम करते थे। कांग्रेस में होने वाली मीटिंग में शामिल नहीं होते थे। जिससे साफ लगता था। कि पार्टी के लिए अपने लिए काम कर रहे है। वहीं पार्टी विचारधारा के नेता नहीं थे। ये एक नेता की विचार धारा वाले नेता है। ये वे लोग हैं जो अजय कपूर की व्यक्तिगत निष्ठा पर थे। पार्टी की निष्ठा से ज्यादा उनको व्यक्तिगत निष्ठा प्यारी थी। पहले से ही उनकी स्थिति संदिग्ध थी। और उनको जाना ही था। औपचारिक रूप से आज गए है।अजय कपूर के भाजपा में जाते ही ये कांग्रेस नेता चले गए थे। इस लिए हमने उनको गहनता पूर्वक नहीं लिया है। वहीं कांग्रेस पार्टी में कल सैकड़ों लोगों ने कांग्रेस ज्वाइन की है। और नई ऊर्जा के साथ नए कार्यकर्ताओं को अवसर मिलेगा,जो आगे बढ़ेंगे।कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव में गठबन्धन के प्रत्याशी को चुनाव पुरी ताकत से लड़ाएगी। और जिताने का काम करेगी। लेकिन अब चुनाव में नजर कम काम ज्यादा हो गया है। इन नेताओं के जानें से भीतरघात भी ख़त्म हो गया है।
पार्टी का वोट बैंक आज भी है कानपुर में
देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में पार्टी के पास तीन विधानसभा में वोट बैंक हैं। जो गठबन्धन के प्रत्याशी को मज़बूत बनाएं है। वहीं दो विधानसभा ऐसी है। जहां तीनों प्रत्याशी चुनाव लड़ेगे। इससे कांग्रेस की सीट जीतने की ज्यादा संभावना है। दक्षिण क्षेत्र में कांग्रेस के दिग्गज नेता निवास करते है। जो पार्टी के प्रति ईमानदारी से काम कर रहे है। और दिन रात लगे हुए है। शहर अध्यक्ष बोले कि लोकसभा चुनाव पास आता देख बड़े नेताओं की रैली को लेकर बातचीत चल रही है।