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Kanpur News: नाव में तीन मुंहा सांप बिठाकर नाग-नाथन का हुआ आयोजन, वर्षों से चली आ रही प्रथा
Kanpur News: सिकठिया गांव में करीब 150 वर्षों से ग्रामीणों द्वारा अनन्त चतुर्दशी के पावन पर्व पर दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है।
Kanpur News: कानपुर के नरवल स्थित सिकठिया गांव में राधा कृष्ण ठाकुर जी का मंदिर स्थापित है। अंनत चतुर्दशी पर्व पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेला कमेटी के द्वारा दो दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। एक सौ पचास वर्षों से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले में पुरानी परंपरा के अनुसार ग्रामीणों द्वारा नाग नाथन का भी आयोजन किया जाता है।
क्यों होता है नाग-नाथन का आयोजन
ग्रामीण शशि भान सिंह ने बताया कि अनंत चतुर्दशी भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन श्रीहरि नारायण भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है।इसी दिन गणपति विसर्जन भी किया जाता है। मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी की पूजा और व्रत से जीवन में शुभता आती है और दुखों का नाश होता है। इसलिए हिंदू धर्म में इस पर्व का काफी महत्व है। इस मौके पर लालू सिंह चौहान, अजीत सिंह परिहार, प्रदीप सिंह, जय राम बाजपेई, जीतू सिंह, श्रवण दुबे, विपिन शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे।
अंनत चतुर्दशी को होता है आयोजन
सिकठिया गांव में करीब 150 वर्षों से ग्रामीणों द्वारा अनन्त चतुर्दशी के पावन पर्व पर दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। गांव के लोग कपड़े और पैरा का तीन मुंहा सांप बना नाव में बैठाकर गाजे-बाजे के साथ प्राचीन तालाब में घुमाते है। इस दौरान आसपास सहित दूर-दूर से लोग लोग नाग-नाथन को देखने के लिए आते है।
ग्रामीणों ने मेले का लिया आंनद
दो दिवसीय मेले में सारी रात रामलीला का आयोजन किया गया। हजारों लोगों ने इस पौराणिक विधा का आनंद लिया। मेले में परंपरागत पकवानों की दुकानों में भीड़ थी। महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। मेला शुक्रवार की शाम तक रहा।