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Kanpur Accident: तेज रफ्तार बस ने तीन युवकों को रौंदा, मौके पर मौत, छः घंटे से यातायात प्रभावित
Kanpur Accident: कानपुर के घाटमपुर में तेज रफ्तार रोडवेज बस ने बाइक सवार तीन युवकों को रौंद दिया, हादसे में तीनों युवकों की दर्दनाक मौत हो गई।
Kanpur Accident: घाटमपुर पतारा स्टेशन रोड के पास तेज रफ्तार बस का कहर देखने को मिला है,तेज रफ्तार बस की टक्कर से बाइक सवार तीन युवकों की मौत हो गई। घटना के बाद तेज रफ्तार बस खंती में जा घुसी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। हादसे के बाद ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया। वहीं बस में बैठी सवारी भी घायल हो गई।
स्टेशन रोड के पास की घटना
घाटमपुर थाना क्षेत्र में सवारियों से भरी बस घाटमपुर से कानपुर जा रही थी, रोडवेज बस घाटमपुर पतारा स्टेशन रोड के पास पहुंची थी। जहां तेज रफ़्तार में ओवर टेक करने में बस अनियंत्रित हो गई और बाइक सवार तीन युवकों को टक्कर मार दी, टक्कर लगने से तीनों युवक बस के नीचे आ गए। तीनों की मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। घटना की सूचना मिलते ही आस पास के ग्रामीण आ गए। वहीं, कुछ देर में पुलिस भी आ गई। घटना के बाद रोड पर जाम लग गया। वहीं, घटना के बाद बस चालक फरार हो गया।
तीनों छात्रों की पहचान घाटमपुर थाना क्षेत्र के कुंवरपुर निवासी दीपक तिवारी, अंकुश प्रजापति पुत्र रामबाबू प्रजापति, मनीष कुमार सविता के रूप में हुई है। तीनों ही पॉलीटेक्निक के छात्र बताएं जा रहे है। घटना की सूचना मिलते ही घाटमपुर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रोडवेज बस को जेसीबी की सहायता से बाहर निकलवाया।
इकलौते बेटे की गई जान
मृतक छात्र दीपक घर का इकलौता बेटा था। पिता मुन्ना ने बताया की वह सुबह घर से पॉलीटेक्निक कॉलेज को निकला था। बेटे के बारे में कहते हुए वह फूट-फूटकर रोने लगे। अब मेरे घर का वारिश कौन होगा। मेरे घर का चिराग डूब गया।
मृतक छात्र अंकुश प्रजापति के पिता रामबाबू ने बताया कि उनके तीन बेटे थे। जिसमें सबसे छोटे वाले बेटे अंकुश की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। हादसे के बाद से पिता समेत बड़ा बेटा अनुज मझिला बेटा अंकित और मां पार्वती प्रजापति का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं, परिवार का पालन पोषण खेती किसानी से हो रहा है। बच्चों को पढ़ाने के लिए हर जतन कर रहे है। अंकुश को इंजीनियर बनना था। पढ़ाई में भी तेज था।
छात्रों का शव हाइवे पर रख हंगामा
घटना के बाद पुलिस ने तीनों छात्रों के शव को पतारा सीएचसी पहुंचा दिया था। वहीं, ग्रामीण घटना स्थल के बाद तीनों छात्रों के शव को सीएचसी से उठाकर हाईवे पर ले आए और मुआवजे की मांग को लेकर शव को कानपुर-सागर हाइवे पर रखकर हंगामा शुरु कर दिया। वहीं, रास्ता बंद करने के लिए पेड़ की टहनी तोड़ व ईट पत्थर डाल रास्ता बंद किया। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।
घटना पर पहुंचे अधिकारी
हादसे के बाद से ग्रामीणों और परिजनों ने रोड जाम कर दिया। जिस पर कानपुर एडीएम एल-ए रिंकी जायसवाल और घाटमपुर एसडीएम यादुवेंद्र सिंह वैश्य मौके पर पहुंचे। परिजनों के साथ ग्रामीणों को समझाया और हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। आवास योजना समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया तो ग्रामीण मुआवजा तत्काल दिलाने की जिद पर अड़े रहे। वहीं घटना स्थल पर डीएम को बुलाने के लिए कहते रहे।
हाईवे पर लगा भीषण जाम, फंसे यात्री
हादसे के बाद से ग्रामीणों ने कानपुर सागर हाइवे पर जाम लगा दिया। वहीं, घटना के करीब छः घंटे होने को हैं और जाम नही खुला है। घाटमपुर एसीपी रंजीत कुमार ने कानपुर सागर हाइवे पर रमईपुर से घाटमपुर की ओर आने वाले वाहनों को साढ़ की ओर डायवर्ट किया गया है। जिससे कुछ वाहन सवारों को राहत मिल सके।
पीएनसी की गाड़ी पर किया पथराव
घटना होने के बाद ग्रामीणों ने ब्रेकर बनवाने की मांग की थी, जिस पर पीएनसी की एक गाड़ी मौके पर ब्रेकर बनाने पहुंची। गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने पीएनसी की गाड़ी पर लाठी चलाने के साथ पथराव कर दिया। गाड़ी के चालक ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई। गाड़ी के ऊपर रखे ड्रम को गाड़ी से फेंक दिया। ड्रम को फाड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने लाठी पटकी तो ग्रामीण भाग खड़े हुए।