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Kanpur News: चरण धूल पाने को शमशान बन गया सत्संग, बाबा का बिधनू में भी फैला है 6 एकड़ में सम्राज्य

Kanpur News: बाबा ने बिधनू के करसुई गॉव में करीब 14 बीघे में (6 एकड़ ) में अपना विशाल आश्रम बनवाया जो शुरुआत में जमीनी विवाद में घिरा रहा।

Anup Pandey
Published on: 3 July 2024 8:42 PM IST
Cemetery became a satsang to get the dust of his feet, Babas empire spread over 6 acres in Bidhanu too
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चरण धूल पाने को शमशान बन गया सत्संग, बाबा का बिधनू में भी फैला है 6 एकड़ में सम्राज्य: Photo- Newstrack

Kanpur News: कलयुग के कोट पैंट वाले भोले बाबा उर्फ़ साकार विश्व हरी का कानपुर से पुराना रिश्ता है शुरुआत के दिनों में शहर के पुराने आयोजकों से आपसी विवाद के बाद रातों रात भाग खड़े हुए बाबा का कानपुर से मोह नही छूटा और 2018-19 में सजेती क्षेत्र में सत्संग का कार्यक्रम रखा जिसमें लाखों बाबा के भक्त मौजूद रहे और यहां पर सत्संग के दौरान जाम व अन्य समस्याएं आम बात थी। उसके बाद बाबा ने बिधनू के करसुई गॉव में करीब 14 बीघे में (6 एकड़ ) में अपना विशाल आश्रम बनवाया जो शुरुआत में जमीनी विवाद में घिरा रहा।

आश्रम के सामने से निकलने पर है रोक

बिधनू कस्बे से करीब 5 किलोमीटर दूर करसुई गांव के बाहर ही बाबा साकार विश्वहारी का आश्रम स्थित है। यहां पर आश्रम के सामने बने रास्ते से ग्रामीणों को निकलने को लेकर आए दिन विवाद होता है। लेकिन बाबा के भक्तो का भय ग्रामीणों को मौन रखता है वहीं अपना नाम व पहचान गुप्त रखते हुए एक बुजुर्ग ग्रामीण बताया कि उन्हे आश्रम के सामने वाले रास्ते से निकलने में रोका जाता है, कहा जाता है जिसको लेकर आये दिन विवाद भी होता है।

6 एकड़ में फैला सम्राज्य 1 एकड़ में आश्रम

कानपुर से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर करसुई गांव में अधिकांशत: ओबीसी जाति के लोग रहते है और बाबा के भक्त की संख्या में ओबीसी व एससी वर्ग के ज्यादा है। आश्रम में सेवादार महिलाएं और पुरुष रहते हैं। जो आश्रम में रहकर पूजा पाठ करने के साथ नि:शुल्क शारीरिक सेवा देते हैं। उन्होंने बताया कि आश्रम में रोजाना सुबह 11 बजे और शाम को सात बजे आरती होती है। जिसमे सेवादार के साथ आसपास गांव से कुछ भक्त आश्रम में पहुंचते है। करसुई का आश्रम आस पास के जिलों में बाबा का अकेला आश्रम है। जिसके चलते यहां हर हफ्ते हजारों श्रद्धालु आते हैं। करसुई गांव निवासी विजय ने बताया कि आश्रम की देखरेख वह स्वयं करते हैं। कमेटी में वह संरक्षक के पद पर हैं। आश्रम के अध्यक्ष अनिल तोमर हैं। जो की घटना के बाद वापस आश्रम नही आए हैं।

विवादित है आश्रम की जमीन

सूत्रों के अनुसार नौबस्ता निवासी मनीष सचान का आश्रम का जमीनी विवाद चल रहा है। आरोप है, कि मनीष सचान की जमीन पर आश्रम बनवा दिया गया। अब आश्रम के द्वारा उन्हें पीछे जमीन दी जा रही है। जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा है। विवाद कई बार थाने भी पहुंचा है और दो वर्ष पहले जमीन पर कब्जे को लेकर दोनो पक्षों में कहासुनी के बाद मारपीट हुई थी जिस पर पुलिस द्वारा सुसंगत धराओं पर कार्यवाही की गयी थी लेकिन जमीन का विवाद अभी हल नही हो पाया है।

काम आस्था /अंधविश्वास के बीच उलझे भक्त

आश्रम में मिले भक्तों ने बताया कि वो आश्रम में सेवा देने के लिए आये हैं हमीरपुर जिले के छानी विवार गांव निवासी कुसुम अपनी बहु आरती के साथ आश्रम में सेवा देने आयी थी। उन्होंने बताया प्रभु के चरणों में दो महीने में चार दिन आश्रम में आकर सेवा करती है। इससे उनके सभी काम पूरे होते है। इनके साथ घाटमपुर के नौरंगा निवासी विमला ने बताया की आश्रम में जाने से मन से मन का मिलन होता है। और सत्य की खोज का रास्ता साकार विश्व हरी है।

गल्ला मंडी के गेस्टहॉउस में होता था सत्संग

बाबा ज़ब मार्केट में नए-नए आये और लोगों को सत्य की खोज के साथ ही खुद की ब्रह्मांड में जय जयकार कराने के लिए इंट्री मारी और तकरीबन दस से बीस हजार भक्तों का अलग -अलग जगह से समूह लेकर हर साल गल्लामंडी के एक गेस्टहॉउस में आते थे, देखते ही देखते भीड़ बढ़ने लगी और बाबा के नुमाइंदे सत्संग स्थल पर चमत्कार का प्रचार करते इसी बीच कानपुर के आयोजकों में आपसी विवाद हुआ और बाबा को लगा की उन्हें खतरा है तो वो नौ दो ग्यारह हो गया। लेकिन इसी बीच बाबा ने अपने लाखों भक्त तैयार कर लिए थे और 2018-19 में बाबा ने सजेती थानाक्षेत्र अंतर्गत सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया और लाखों की भीड़ देख बाबा ने यहां जमीन तलाशनी शुरु की और जहां ज्यादा भक्त नजर आये वहीं अपना आश्रम बना डाला।

Shashi kant gautam

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