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Kanpur news: पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप तो दरोगा हो गए लाइन हाजिर, जानें क्या था मामला
Kanpur news: पुलिस विभग के तैनात एसआई ने अपने ही सहकर्मियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। फीलखाना थाने के एसआई अपने ही साथ तैनात सब इंस्पेक्टर सिपाही और थाना अध्यक्ष को लेकर परेशान है।
Kanpur News: पुलिस विभग के तैनात एसआई ने अपने ही सहकर्मियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। फीलखाना थाने के एसआई अपने ही साथ तैनात सब इंस्पेक्टर सिपाही और थाना अध्यक्ष को लेकर परेशान है। जहां दरोगा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फीलखाना में तैनात है आत्माराम वर्मा
आत्माराम वर्मा दरोगा कानपुर के फीलखाना थाने में तैनात हैं। आरोप है कि उनके विभाग के लोग ही उनके साथ अन्याय कर रहे हैं। तैनात दरोगा और सिपाही मुझे आये दिन परेशान करते हैं। मुझे जातिसूचक गालिया देते हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एसीपी साहब से बात की थी। दारोगा आत्माराम वर्मा ने बताया कि जो पूर्व में चौकी इंचार्ज थे वह अपने आवास मुझे रहने के लिए दे गए थे। जिस पर मैं निवास करता हूँ। आरोप है, कि मेरी रोजाना रात की ड्यूटी लगाई जाती है। फिर से उनके साथ मुझे तैनात सहकर्मी मुझे रोजाना परेशान कर रहे हैं। मुझे जबरन कमरा खाली करने का दबाव बना रहे हैं। थाना प्रभारी पर भी दरोगा आत्माराम वर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह भी मुझसे कमरा खाली करने का दबाव बना रहे हैं और बोल रहे हैं कि अगर कमरा खाली नही किया तो तुमको झूठे मामले में जेल भेज देंगे।
पुलिसकर्मी पुलिस विभाग पर लगा चुके है आरोप
इससे पहले भी पुलिस विभाग के कई कर्मचारियों ने अपने ही विभाग तैनात सहकर्मियों से परेशान होकर अपनी समस्याओं को लेकर वीडियो जारी किया है। जिसके बाद अब फिर से यह वीडियो जारी होने के बाद कहीं न कही लगता है कि अधिकारियों को ऐसे मामलों को संज्ञान लेते हुए सख्त हिदायत दी जानी चाहिए। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के प्रकरण में उप निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। प्रकरण की जांच एसीपी कोतवाली को दी गई है। वहीं पुलिस उपायुक्त पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि फीलखाना बाजार के व्यापारियों की शिकायत थाने आई थी कि बीट चौकी पर जो पुलिस कर्मी तैनात हैं वो व्यापारियों से गलत व्यवहार करते हैं। जिससे व्यापारियों के प्रति रोष था। गलत तरीके के साथ साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। जहां थाना प्रभारी ने अवगत कराया था और एक रिपोर्ट तैयार की गई। वहीं एसीपी से बात कही तो उनके द्वारा भी सही बताया गया। पहले भी इस तरीके का काम कर चुके हैं।