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Kanpur News: गंगा नदी में नहा रहे तीन बच्चे डूबे, मृतकों में भाई-बहन और चचेरा भाई शामिल
Kanpur News: गंगा नहाने आए तीनों मासूम बीच गंगा में चले गए। जहां वह गहराई को भाप नहीं पाए और डूबने लगे। वहीं, बच्चों की चीख सुन गोताखोर गंगा में कूद गए। लेकिन, तब तक तीनों मासूम गंगा में शमा गए।
Kanpur News: बिल्हौर क्षेत्र के आकिंन कोठी गंगा तट पर नहाने आए तीन मासूम बच्चे नहाते समय गहराई में चले गए और गहराई में जाते ही डूब गए। मासूम बच्चों को डूबता देख गोताखोरों ने बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। वहीं, एक-एक करके तीनों मासूमों को बाहर निकाला। जहां तीनों को निजी अस्पताल में ले गए। डॉक्टरों ने तीनों मासूम बच्चों को मृत घोषित कर दिया।
जनपद कानपुर के बिल्हौर तहसील अरौल थाना क्षेत्र के आंकिन पुरवा ग्राम से गंगा नहाने आए तीन मासूम बच्चों की डूबने से मृत्यु हो गई। पुलिस को सूचना मिलते ही फोर्स के साथ मौक़े पर पहुंची। वहीं परिजनों को सूचना मिलने पर कोहराम मच गया। वहीं तीनों बच्चों में दो मासूम बच्चियां और एक मासूम किशोर है। मौके पर अरौल थाना प्रभारी अखिलेश कुमार मौजूद है।
इन बच्चों की हुई मौत
मृतक बच्चों में आंकिन पुरवा गांव निवासी फूलचंद गौतम की छह वर्षीय बेटी एकता उनके भाई हरिप्रसाद की दस वर्षीय बेटी प्रांशी व उसका भाई छह वर्षीय ज्ञान शामिल है। एक ही परिवार में मासूमों की मौत की ख़बर से घाट पर भीड़ लग गई। वहीं गांव में सन्नाटा पसर गया।
गोताखोरों की मदद से निकाले गए तीनों के शव
गंगा नहाने आए तीनों मासूम बीच गंगा में चले गए। जहां वह गहराई को भाप नहीं पाए और डूबने लगे। वहीं, बच्चों की चीख सुन गोताखोर गंगा में कूद गए। लेकिन, तब तक तीनों मासूम गंगा में शमा गए। वहीं, गोताखोरों ने काफी प्रयास के बाद तीनों बच्चों को गंगा से निकाला। आस पास रहने वाले स्थानीय निवासी मासूम का शव देख भावुक हो गए।
2022 में गंगा में डूबने से हुई थीं छः लोगों की मौत
बिल्हौर के अंकिन कोठी गंगा घाट में दो बच्चियों, दो किशोरियों व दो युवकों के डूबने से घर से घाट तक कोहराम मच गया था। रोती-बिलखती महिलाएं घाट पहुंचीं थी। कोई चिल्लाता रहा कि मेरी बिटिया को निकाल लाओ तो कोई बेटे को निकालने के लिए गिड़गिड़ा रहा था। एसडीआरएफ की टीम देर से पहुंचने पर ग्रामीणों ने आक्रोश भी जताया था। इस बीच सारा अमला मंडलायुक्त, आईजी जोन, डीएम, एडीएम, एसपी कानपुर आउटर व एसडीएम बिल्हौर भी पहुंच गए थे। शवों को ढूंढने के लिए रात में हैलोजन लगाकर भी तलाश की गई थी।
खनन से हो रही गंगा गहरी
स्थानीय निवासियों ने बताया कि देर रात तक गंगा में खनन होता रहता है। जिसके कारण गंगा बीच में गहरी होती जा रही हैं। और आए दिन कोई न कोई डूब जा रहा है। वहीं बीते माह पूर्व पिता का अन्तिम संस्कार करने आए पारिवारिक तीन बेटे मुखाग्नि देने के बाद संगे संबंधियों के साथ गंगा स्नान करने पहुंचें जहां गहराई में चले गए। जहां दो को तो बचा लिया। लेकिन एक गहराई में चला गया। जिसका कुछ देर बाद गोताखोरों की सहायता से शव बरामद हुआ था।