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Kanpur: बारिश से नहरों का बढ़ा जलस्तर, सैकड़ों घर पानी में डूबे, रोड पर परिवारों ने काटी रात
Kanpur: पांडु नहर में पानी बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस वजह से लोगों का पूरा घर डूब गया है। लोगों ने दूसरी जगहों पर देर रात से तंबू लगाकर अपना आशियाना बनाना शुरू कर दिया है।
Kanpur News: कानपुर शहर में मंगलवार देर शाम से शुरु हुई बारिश ने लोगों के लिए समस्याएं खड़ी कर दी। जहां बारिश बुधवार भोर सुबह थम तो गई। लेकिन इस बारिश से नहरों का जल स्तर बढ़ गया। वहीं जल स्तर बढ़ने से नहर किनारे बनाएं बस्ती में मकान डूब गए। मकान में पानी घुसता देख परिवार बाहर को भागे। वहीं इस पानी से सैकड़ो घर डूब गए। और ग्रस्थी बर्बाद हो गई। जैसे तैसे कुछ सामान बाहर निकाला। और पूरी रात सड़क पर काटी।
बारिश से बढ़ा नहरों का जल स्तर
पांडु नहर में पानी बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस वजह से लोगों का पूरा घर डूब गया है।लोग दूसरी जगहों पर देर रात से तंबू लगाकर अपना आशियाना बनाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को कई सोसाइटी क्षेत्रों में पानी लगातर बढ़ता जा रहा है। वहीं बर्रा आठ वरुण बिहार इलाके के कच्ची बस्ती में बने घर देर रात हुई बारिश से बढ़े जल स्तर में डूब गए। मंगलवार शाम पांच बजे से हो रहे पानी ने पूरी बस्ती डूबा दी। देर रात पानी में जब घर डूब गए तो लोग सड़को पर आकर अपना आशियाना बनाना शुरू कर दिया है।
वरुण बिहार बर्रा बस्ती डूबी
बर्रा आठ वरुण बिहार कच्ची बस्ती पांडू नहर के किनारे बसी हुई है। जिसमें सैकड़ों परिवार अपना आशियाना बनाए हुए है। वहीं कुछ परिवार दर्जनों मवेशी भी पाले हुए है। इन परिवारों में रमेश, ननकू,बिंद्रा, राम पाल,राजू, अज्जू, राम प्रकाश,कैलाश,शकुंतला, कमला, पुत्तन, रानी,बेबी ने बताया कि यहां अधिकतर परिवार में लोग मजदूरी करते है। और कुछ सफाई कर्मचारी भी है। वहीं महिलाएं अपने दैनिक कार्यों कर परिवार का पालन पोषण करती है। रोज दिहाड़ी की नौकरी पर रोटी खाई जाती है। और कुछ ग्रस्थी खरीदी थी। जो इस बाढ़ के पानी में बर्बाद हो गई। अभी तक यहां कोई सरकारी सहायता नहीं पहुंची है। वहीं कमरे ढूंढने निकले तो कमरा को चार से पांच हजार के नीचे मिल नहीं रहा है। यदि पानी का स्तर ऐसा ही रहा तो राते सड़को पर गुजारनी पड़ेगी।
पनका गांव की पुलिया डूबी
पांडू नहर का जल स्तर बढ़ने से पनका गांव का कुछ हिस्सा डूब गया। जिससे लोग घरों में कैद हो गए। वहीं निर्माणधीन पुलिया का कुछ हिस्सा कच्चा होने पर पानी ऊपर से निकल रहा है। जिससे लोग निकल रहे है। जहां बीते वर्ष इसी पुलिया पर बाइक सवार डूब गए थे। और उनकी मृत्यु हो गई थी। और शव दुसरे दिन मिला था। गांव के लोगों ने कहा यदि बारिश और हुई तो बचा हुआ पुल भी डूब जायेगा। फिर आगमन का साधन नाव ही रह जाती है। जिससे लोग आवागमन करते है।