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Kanpur News: यूपी रोडवेज की बसों में दिखेगी महिला शक्ति, जल्द ही परिवहन निगम की बसें चलाती दिखेंगी महिला ड्राइवर
Kanpur News: रोडवेज ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र कानपुर में पहली बार महिला ड्राइवर का बैच तैयार हुआ। जहां रोडवेज बस की स्टेयरिंग बेटियों के हाथ में होगी।
Kanpur News: रोडवेज ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र कानपुर में पहली बार महिला ड्राइवर का बैच तैयार हुआ। जहां रोडवेज बस की स्टेयरिंग बेटियों के हाथ में होगी। सरकार के द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद महिलाओं ने ड्राइविंग से जुड़ी हुई परीक्षा को पास किया। 2021 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिला बस चालक प्रशिक्षण की शुरुआत हुई थी।
17 महिलाओं का बैच ट्रेनिंग पूरी तरह से तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक महिला सशक्तिकरण को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। कानपुर के रोडवेज ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र ने इस सपने को पूरा किया है। जहां इतिहास में पहली बार महिला ड्राइवर का बैच तैयार हो गया है। बस की स्टीयरिंग बेटियों के हाथों में पहुंच गई है। ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र के प्रिंसिपल एसपी सिंह ने बताया कि सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। इन महिलाओं के अंदर नए करियर के प्रति उत्सुकता भी दिखाई दे रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के इस प्रयास से एक नया आयाम बनकर सामने आएगा। महिलाएं भारी वाहन को सड़क पर चलाती हुई नजर आएंगी। ड्राइविंग का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला ड्राइवर ने बताया कि सरकार के द्वारा महिलाओं को रोडवेज में बस चलाने का प्रशिक्षण दिया गया तो उन्हें बहुत ही अच्छा लगा था।
पुरुषों के बराबर महिलाओं को मिल रहा हक
महिलाओं के रोजगार और उन्हें पुरुषों के बराबर हक देने का काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद उनकी उत्सुकता और बढ़ गई है। अब महिलाएं भी बस की स्टेयरिंग को सड़कों पर घुमाते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान तक लोगों को पहुंचाने का काम करेंगी। अभी परिचालकों के रूप में महिला प्रशिक्षित ड्राइवर को भेजा जाएगा। इसके बाद फरवरी 2024 से यह सभी सड़कों पर बस चलाती हुई नजर आएंगी।
ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल में किया गया है प्रशक्षित
महिला ड्राइवर की आवेदकों को दिल्ली में ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) में प्रशिक्षित किया गया है। जहां उनका परीक्षण किया गया और बाद में 17 महिला ड्राइवरों के एक समूह को शॉर्टलिस्ट किया गया।