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Kanpur: बेटी को न्याय दिलाने के लिए 42 महीने तक थाने के लगाए चक्कर, कोर्ट ने सुनी पीड़ित की गुहार, केस दर्ज
Kanpur News: कानपुर में नाबालिग बेटी को न्याय दिलाने के लिए थाने के चक्कर काटने के बाद पिता को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी और 3 साल की दौड़ भाग के बाद कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
Kanpur News: कानपुर पुलिस अपने कारनामों के चलते चर्चा में बनी रहती है। ऐसा ही एक वाकया कानपुर के किदवई नगर में देखने को मिला है, जहां पर नाबालिग बेटी को न्याय दिलाने के लिए थाने के चक्कर काटने के बाद थक हार कर एक पिता को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी और 3 साल की दौड़ भाग के बाद कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। वहीं, पुलिस कोर्ट के आदेश मिलने के बाद मामले की जांच पड़ताल कर मुकदमा दर्ज करने की बात कह रही है।
2019 में हुई थी दुष्कर्म का शिकार
कानपुर के किदवई नगर निवासी महिला ने बताया कि वह चौका बर्तन करके परिवार का पेट पाल रही है और पति का कैंसर का इलाज करा रही है। इसी के चलते 18 फरवरी 2019 को वह पति को पीजीआई अस्पताल ले गई थी और घर पर बेटी अकेली थी। नाबालिक बेटी को अकेला पाकर पड़ोस में रहने वाले रमेश चंद्र ने घर पहुंचकर बेटी के साथ दुष्कर्म किया और मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी। लेकिन जब वह घर वापस लौटी तो बेटी ने पूरी घटनाक्रम घरवालों को बताया। पीड़ित महिला का आरोप है कि इसके बाद से वह थाने गई और न्याय की गुहार लगाती रही, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और फिर उसने पुलिस अधिकारियों की चौखट के बार-बार चक्कर लगाए लेकिन अधिकारियों की तरफ से मात्र मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन मिलता रहा पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
42 माह तक लगाए चक्कर
दुष्कर्म पीड़िता की मां ने बताया कि पुलिस अधिकारियों के चौखट के चक्कर लगाते लगाते 42 महीने बीत गए लेकिन बेटी को न्याय तो दूर एक मुकदमा तक दर्ज नहीं करा पाए। जिसके बाद वकीलों की सलाह पर न्यायालय में गुहार लगाई। और न्यायालय ने उनके दर्द को सुनते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं पीड़िता ने कहा कि न्यायालय के इस आदेश के बाद बेटी को न्याय मिल सकेगा यह आस उसके मन में जाग गई है।