TRENDING TAGS :
Kanpur Violence: कानपुर हिंसा मामले में बिल्डर हाजी वसी गिरफ्तार, हिंसा भड़काने के लिए फंडिंग करने का आरोप
Kanpur Violence: बिल्डर हाजी वसी का कानपुर हिंसा भड़काने में अहम हाथ था और उसने इस हिंसा कांड में मुख्य रूप से फंडिंग की थी।
Kanpur Violence: 3 जून को कानपुर में छोटे से मुद्दे पर घटित हुई व्यापक साम्प्रदायिक हिंसा के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश पुलिस का एक्शन (UP Police) लगातार जारी है। घटना के करीब 1 महीने बाद अब पुलिस के हाथ एक और बड़ी सफलता लगी है, पुलिस ने बिल्डर हाजी वसी (Police arrested haji vasi) को हिंसा मामले में फंडिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि हाजी वसी का बेटा अब्दुल रहमान पहले से ही कानपुर हिंसा मामले में पुलिस की गिरफ्त में है।
पुलिस द्वारा प्राप्त सूचना के मुताबिक बिल्डर हाजी वसी का कानपुर हिंसा भड़काने में अहम हाथ था और उसने इस हिंसा कांड में मुख्य रूप से फंडिंग की थी।
कानपुर हिंसा कांड की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने पहले ही हिंसा में मुख्य रूप से शामिल बिल्डर हाजी वसी सहित कुल 18 लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन द्वारा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और साम्प्रदायिक दंगे भड़काने के आरोपों में दंगाइयों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है तथा साथ ही इन अराजक लोगों की गैर-कानूनी संपत्ति पर योगी सरकार का बुल्डोजर भी चालू है।
कई बड़ी हस्तियों पर सबूत के आधार पर शिकंजा कसा
पुलिस ने अबतक कानपुर हिंसा मामले में शहर की कई बड़ी हस्तियों पर सबूत के आधार पर शिकंजा कसा है, जिसमें बिल्डर हाजी वसी के अलावा फेमस बाबा बिरयानी के मालिक का नाम भी शामिल है। पुलिस द्वारा लगातार सभी से पूछताछ जारी है।
कानपुर प्रशासन द्वारा हिंसा की घटना के बाद बिल्डर हाजी वसी के खिलाफ कार्यवाई करते हुए उसकी एक इमारत को ध्वस्त कर दिया था, बताया जा रहा था कि यह इमारत का उपयोग गैर-कानूनी कार्यों और अराजकता फैलाने के लिए किया जाता था।
कानपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प
आपको बता दें कि बीते 3 जून को कानपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प और पथराव की घटना की घटित हुई। यह घटना मुस्लिम संगठन द्वारा परेड मार्केट में दुकानें बंद करने का आह्वान के चलते घटित हुई। कानपुर में इस हिंसक घटना के बाद प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया था तथा त्वरित रूप से हिंसा भड़कानें वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी गई थी, जो कि अभी तक पूरी सख्ती से जारी है।