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शिकायत के डर से 5वीं के 6 छात्रों ने उठाया ऐसा कदम, घरवाले हो गये परेशान
5वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चों ने ऐसा प्लान बनाया। जिसे सुनकर सभी हैरान रह गये। पैरेंट्स से शिकायत के डर से 5वीं क्लास में पढ़ने वाले 6 बच्चों ने स्कूल से छुट्टी के बाद घर नहीं जाने का प्लान बनाया।
कानपुर: 5वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चों ने ऐसा प्लान बनाया। जिसे सुनकर सभी हैरान रह गये। पैरेंट्स से शिकायत के डर से 5वीं क्लास में पढ़ने वाले 6 बच्चों ने स्कूल से छुट्टी के बाद घर नहीं जाने का प्लान बनाया।
छुट्टी के बाद बच्चे जब घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने स्कूल पर धावा बोल दिया। बच्चों के पैरेंट्स ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। तीन घंटे के बाद पता चला कि बच्चे यशोदा नगर में घूमते पाए गए है। तब जाकर पैरेंट्स ने राहत की सांस ली।
ये है पूरा मामला
किदवई नगर थाना क्षेत्र स्थित एन ब्लॉक में विरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर स्कूल है। 5 वीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र सक्षम श्रीवास्तव , श्रेया शर्मा , सात्विक पांडेय , अनुषा मेघा वर्मा , विहान सिंह , विदुषी सभी आपस में दोस्त है।
बुधवार को क्लास टीचर मिसेस जोसेफ क्लास में बच्चों को पढ़ा रही थी। इसी दौरान ये बच्चे आपस में एक दूसरे को लेटर दे रहें थे। ये लेटर जब टीचर के हाथ लग गया।
क्लास टीचर ने इन बच्चो की शिकायत पैरेंट्स से करने को कहा था। जिसकी वहज से बच्चे डरे सहमे थे। सभी बच्चो ने छुट्टी के बाद घर नहीं जाने का प्लान बनाया। स्कूल की छुट्टी दोपहर 2 बजे होती है और सभी बच्चे स्कूल की वैन से घर जाते थे।
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स्कूल में लगे सीसीटीवी में बच्चे 1 बजकर 55 मिनट बजे स्कूल के गेट से निकलते हुए दिख रहे थे। लेकिन बच्चे वैन वाले की तरफ नहीं जाकर पैदल ही चल देते है।
जब बच्चे घर नहीं पहुंचे तो परिजन स्कूल पहुंच गए। परिजनों को जानकारी हुई की बच्चे स्कूल से जा चुके है लेकिन घर नहीं पहुंचे तो हंगामा शुरू हो गया।
बच्चों की लापता होने की खबर सोशल मीडिया में वायरल
स्कूल से 6 बच्चे एक साथ लापता होने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पूरे शहर समेत पुलिस विभाग में भी हडकंप मच गया।
यशोदा नगर से गुजर रहे रामेंद्र अवस्थी ने देखा कि विरेंद्र स्वरूप की यूरिफार्म पहने हुए एक साथ 6 बच्चे खड़े है। दरसल रामेंद्र अवस्थी का बेटा भी इसी स्कूल में पढ़ता है।
उन्हे इस बात की जानकारी थी कि स्कूल की छुट्टी के बाद 6 बच्चे घर नहीं पहुंचे है और मिसिंग है।
बच्चों को देखते ही वो उनके पास पहुंचे और एक बच्चे से उसके पिता का मोबाईल नंबर लिया। उन्होंने बच्चे के पिता को बताया कि बच्चे यशोदा नगर के हरेरामा हरे कृष्णा गेस्ट हाउॅस के पास पंचर की दुकान की पास खड़े है।
इस सूचना के बाद बच्चो के पैरेंट्स और पुलिस पहुंची और बच्चों को स्कूल लेकर आई।
टीचर ने पैरेंट्स से शिकायत करने की कही थी बात
स्कूल की प्रिंसीपल प्रीति पोद्दार के मुताबिक बच्चे आपस मे लेटर डिस्ट्रीब्यूट कर रहे थे। इसकी शिकायत क्लास टीचर ने मुझसे भी की थी।
मैने टीचर से कहा था कि बच्चो की नोट बुक में शिकायत लिख दो। जब ये अगली बार इस तरह का काम करेंगे तो इनके पैरेंट्स को बुलाकर शिकायत की जाएगी।
एसपी साउथ रवीना त्यागी के मुताबिक विरेंद्र स्वरूप स्कूल के 5 वीं क्लास के सेक्शन (5ए) के 6 बच्चों की शिकायत टीचर ने पैरेंट्स से करने को कहा था।
बच्चों को इस बात का डर था कि परिजनो को पता चल जाएगा। इस लिए ये सभी बच्चे छुट्टी के बाद घर नहीं जाने का प्लान बनाया था। ये बिना बताए कहीं और चले गए थे। सभी बच्चे सकुशल मिल गए है और उनके परिजनों को सौंप दिए गए है।
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