Ayushman Bharat Yojna: आयुष्मान कार्ड बनाने में इस जिले ने प्रदेश में किया टॉप

Ayushman Bharat Yojna: जुलाई में सबसे ज्यादा 5,046 आयुष्मान कार्ड बनाए गए । अस्पतालों की पात्रता तभी मान्य जब तीन साल पुराने हों।

Snigdha Singh
Published on: 29 July 2024 4:09 PM GMT
Ayushman Bharat Yojana
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Ayushman Bharat Yojna: बेहतर और फ्री इलाज देने के मकसद से सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना में कानपुर ने रफ्तार पकड़ी है। जुलाई में सूबे में सबसे ज्यादा आयुष्मान कार्ड कानपुर नगर में बने हैं। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा जैसे जनपद भी पिछड़ गए हैं। जुलाई में कानपुर नगर में 5,046 कार्ड बने हैं, जबकि रायबरेली 4,094 व गोरखपुर में 3,717 आयुष्मान कार्ड बने हैं। बरेली में 3,148, गाजीपुर में 3096, लखनऊ में 2,727 व प्रयागराज में 2,619 कार्ड बनाए गए हैं। नोडल अफसर डॉ. एसपी यादव के अनुसार, जुलाई में सबसे ज्यादा आयुष्मान कार्ड कानपुर में बने हैं। अबतक जिले के 2,87,338 परिवार योजना से जोड़े जा चुके हैं।

तीन साल पुराना अस्पताल तभी होंगे आयुष्मान

आयुष्मान भारत योजना के नियमों में शासन बदलाव किया है। योजना में शामिल होने के लिए प्राइवेट अस्पतालों के सामने बड़ी चुनौती व शर्तें रखी गई हैं। योजना में वही अस्पताल शामिल हो सकेंगे, जो कम से कम तीन साल पुरान होंगे। तीन साल से वह इलाज में बराबर योगदान दे रहे हैं। वहीं कम से कम सौ बेड भी होंने चाहिए। अगर एक में भी पिछड़े तो योजना के लिए अनफिट घोषित कर दिया जाएगा। नोडल अफसर ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों के लिए अब शासन ने सख्ती कर दी है। सौ बेड के अलावा कम से कम तीन साल पुराने अस्पताल को ही योजना में शामिल किया जाएगा। इससे कम वालों को पहले ही बाहर कर दिया जाएगा।


रीजेंसी, मधुराज और केएमसी भी होंगे शामिल

आयुष्मान कार्डधारकों को और बेहतर इलाज देने के लिए कई और प्राइवेट अस्पतालों को योजना में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें कई बड़े अस्पतालों का भी नाम है। नोडल अफसर के अनुसार, रीजेंसी, मधुराज और केएमसी भी अब योजना में शामिल होंगे।


इनको शामिल करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वहीं मौजूदा समय में 153 प्राइवेट व 22 सरकारी अस्पताल कानपुर नगर में योजना से जुड़कर मरीजों के इलाज में योगदान दे रहे हैं।

Shalini singh

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