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मां क्यों रो रही- पापा कब आएंगें, कासगंज सिपाही हत्याकांड से गांव में मातम
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में सिपाही देवेंद्र को शराब माफिया ने मंगलवार को जानलेवा हमला करते हुए मार गिराया। ये आगरा के नगला बिंदू गांव के रहने वाले थे। सिपाही की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। शहीद की पत्नी और बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। बिटिया पूछ रही-पापा कब आएंगें।
आगरा। यूपी के कासगंज में मंगलवार को सिपाही देवेंद्र सिंह को मार दिया गया। सिपाही देवेंद्र को शराब माफिया ने जानलेवा हमला करते हुए मार गिराया। ये आगरा के नगला बिंदू गांव के रहने वाले थे। सिपाही की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। शहीद हुए सिपाही के पिता और परिवार के बाकी लोग रात में ही कासगंज की तरफ रवाना हो गए। शहीद की पत्नी और बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। सिपाही देवेंद्र की दो मासूम बेटियां भी है। एक तीन साल की और एक तीन महीने की ही है। कल से मां को और बुआ को सदमे में रोता हुए देख बेटी बार-बार पापा को बुला रही है, कि मां की चुप कराओ। सबसे पूछ रही पापा कब आएंगें।
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सिपाही देवेंद्र की हत्या
उत्तर प्रदेश के कासगंज थाना सिढ़पुरा इलाके के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की मिली थी। जिस पर दबिश देने के लिए दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह पहुंचे। इन पर शराब माफिया ने मंगलवार देर शाम को जानलेवा हमला किया। इस हमले में सिपाही देवेंद्र की हत्या कर दी गई। जबकि दरोगा अशोक सिंह बुरी तरह से घायल है, इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दें, शहीद हुए सिपाही देवेंद्र जसावत के पिता महावीर सिंह किसान हैं। वह अपने पिता के इकलौते बेटे थे। गांववालों ने बताया कि देवेंद्र की शादी 2016 में चंचल से हुई थी। बीते दिन पति की मौत की खबर से पत्नी को गहरा सदमा लगा है। उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
इनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी वैष्णवी तीन साल की, जबकि छोटी बेटी महज एक महीने की है। मां को रोता देख बेटी वैष्णवी बार-बार यही पूछ रही है कि पापा घर पर कब आएंगे। बार-बार सबसे यही सवाल पूछ रही है।
फोटो-सोशल मीडिया
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कानपुर के बिकरू कांड की याद
कई महीनों बाद फिर से कासगंज में पुलिस टीम पर हमले ने कानपुर के बिकरू कांड की याद दिला दी। गैंगस्टर विकास दुबे ने दबिश देने आई पुलिस पर जानलेवा हमला किया था। जिसके बाद बिकरू कांड पर सीएम योगी ने बेहद सख्त रुख अपनाया था।
ऐसे में कासगंज की घटना को भी उन्होंने गंभीरता से लिया है। जिसके चलते एडीजी अजय आनंद के नेतृत्व में शराब माफिया पर कार्रवाई का अभियान शुरु किया गया है। इसके दौरान कासगंज पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही सिपाही की हत्या करने वाले एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है।
बताया जा रहा मृतक आरोपी का नाम ऐलकार है। और दूसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है। मुख्य आरोपी मोती फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं। वहीं ऐलकार भी पुराना हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है।
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