×

Kashi Vishwanath temple: गर्भगृह से दीवारों तक स्वर्णिम हुआ बाबा का दरबार, मंदिर में लगा 60 किलो सोना

Kashi Vishwanath temple: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण पिछले साल 13 दिसंबर को किया था। बाबा के दरबार को और भव्य बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया था।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 7 Jun 2022 5:36 AM GMT
Kashi Vishwanath temple
X

काशी विश्वनाथ मंदिर (PHOTO: social media ) 

Kashi Vishwanath temple: काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद अब बाबा का दरबार भीतर से लेकर बाहर तक पूरी तरह स्वर्णिम (Golden walls) हो गया है। गर्भगृह से लेकर मंदिर की बाहरी दीवारों पर सोने का पत्तर चढ़ाने का काम पूरा हो गया है। काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath temple) के गर्भगृह और मंदिर की बाहरी दीवारों पर 60 किलो सोना लगाया गया है।

सोने का पत्तर चढ़ाने का काम पूरा होने के बाद मंदिर की बाहरी दीवारों पर भी स्वर्णिम आभा दिख रही है। देश-दुनिया से आने वाले बाबा के भक्तों को अब स्वर्णिम आभा के बीच बाबा का दर्शन सुलभ हुआ है। स्वर्णमयी स्वरूप में बाबा का दर्शन करके भक्त निहाल हो रहे हैं।

बाहरी दीवारों पर सोना मढ़ने का काम पूरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण पिछले साल 13 दिसंबर को किया था। उस समय पीएम मोदी ने कहा था कि बाबा का दरबार सदियों से भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है और आने वाले दिनों में इसका आकर्षण और बढ़ जाएगा। विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद ही बाबा के दरबार को और भव्य बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया था। इसके तहत पहले मंदिर के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने का काम शुरू किया गया।

यह काम पूरा होने के बाद विश्वनाथ मंदिर की बाहरी दीवारों को भी सोने से मढ़ने का काम अब पूरा हो चुका है। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पूरी दुनिया से श्रद्धालु आते रहे हैं। विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बाबा का दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालु मंदिर की स्वर्णिम आभा देखकर अभिभूत हो रहे हैं।

60 किलो सोने से मंदिर की स्वर्णिम आभा

बाबा विश्वनाथ के मंदिर के गर्भगृह और बाहरी दीवारों को स्वर्ण मंडित बनाने में कुल 60 किलो सोना लगा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के वजन के बराबर सोना मंदिर को दान में मिला है। दक्षिण भारत के एक भक्त ने मंदिर के गर्भगृह और बाहरी दीवारों पर लगाने के लिए सोना दान दिया था और इसी सोने से पूरे मंदिर को स्वर्णिम आभा प्रदान की गई है।

गर्भगृह में 37 किलोग्राम सोना लगा है जबकि बाहरी दीवारों को स्वर्ण मंडित बनाने में 30 किलोग्राम सोना लगाया गया है। दिल्ली की एक कंपनी ने गर्भगृह और बाहरी दीवारों पर सोना मढ़ने का काम किया है। मंदिर प्रशासन के मुताबिक जमीन से 8 फीट की ऊंचाई तक सोना लगाया गया है और अब बाबा विश्वनाथ मंदिर के शिखर से लेकर चौखट तक पूरी तरीके से स्वर्णमयी हो चुका है।

प्लास्टिक की पारदर्शी परत से होगी सुरक्षा

मंदिर के गर्भगृह में सोना लगाने का काम महाशिवरात्रि से पूर्व ही पूरा कर लिया गया था और उसके बाद बाहरी दीवारों पर सोना चढ़ाने का काम शुरू किया गया था। बीच-बीच में त्योहार के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के कारण दीवारों पर सोना चढ़ाने ने का काम स्थगित भी रखा गया।

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने के बाद अब सुरक्षा के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत दीवारों पर प्लास्टिक की पारदर्शी परत चढ़ाने का काम किया जा रहा है। यह काम भी जल्द ही पूरा हो जाएगा। दीवारों को किसी भी प्रकार की खरोंच से बचाने के लिए यह कवायद की जा रही है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story