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Kashmiri Apple Ber: कश्मीरी एप्पल बेर उगा बने 'प्रगतिशील किसान', यूपी से सरहद पार तक बनाई पहचान

Kashmiri Apple Ber: उत्तर प्रदेश के किसान गुलाम मोहम्मद से सीख लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अब कई अन्य किसान ऐप्पल कश्मीरी सेब का उत्पादन कर देश भर में राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।

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Newstrack Network
Published on: 15 April 2024 12:27 PM GMT
Kashmiri Apple Ber
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Kashmiri Apple Ber (Pic:Newstrack)

Kashmiri Apple Ber: भारत में खेती से मुंह मोड़ रहे किसानों के लिए उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गुलाम मोहम्मद (Ghulam Mohammed, Bahraich) मिसाल हैं। जरवल निवासी 'प्रगतिशील किसान' गुलाम मोहम्मद को खेती-किसानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यूपी के मुख्यमंत्री और गवर्नर द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। दरअसल, गुलाम मोहम्मद की गिनती चुनिंदा प्रगतिशील किसानों में होती है। यूपी में गुलाम की पहचान 'टिश्यू कल्चर केला' (Tissue Culture Banana) और 'कश्मीरी एप्पल बेर' (Kashmiri Apple Ber) की बेहतर खेती तथा अच्छी पैदावार के लिए जाने जाते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुलाम मोहम्मद को आमंत्रित किया था।

कभी चंद रुपए दिहाड़ी पर करते थे काम

गुलाम मोहम्मद आज यूपी के किसानों के लिए 'आइडियल' बन चुके हैं। वो साल भर में लाखों कमा रहे हैं। बहराइच के प्रगतिशील किसान गुलाम मोहम्मद कभी चंद रुपए की दिहाड़ी पर काम करते थे। लेकिन, समय के साथ उनका खेती में मन लग गया। उन्होंने जमकर पसीना बहाया। मेहनत और बुलंद हौसलों से गुलाम मोहम्मद आज प्रतिवर्ष लाखों रुपए सालाना बचा रहे हैं।

खेती ही नहीं, रोजगार भी देते हैं

बहराइच के इस किसान ने अपनी मेहनत, कर्मठता और उद्यान विभाग के सहयोग से गुलाम मोहम्मद एक बड़े भूभाग के मालिक बन चुके हैं। गुलाम मोहम्मद उद्यान विभाग की तकनीकी और नुस्खे अपनाकर खेती की। प्रदर्शन भी अच्छा रहा। धीरे-धीरे उनकी गिनती जिले के नामचीन 'प्रगतिशील किसान' (Progressive Farmers in UP) के रूप में होने लगी। गुलाम मोहम्मद खेती के साथ-साथ आज लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। उनकी मेहनत से मिली कामयाबी को उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सराहा।

कश्मीरी एप्पल बेर पहुंचा सरहद पार

गुलाम बताते हैं, उनकी शुरुआत भी अन्य किसानों की ही तरह थी। लेकिन, उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा। उनके उगाए कश्मीरी एप्पल बेर (Kashmiri Apple Ber Farming) न केवल यूपी की राजधानी लखनऊ बल्कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ सरहद पार की मंडियों तक भी पहुंच रहे हैं। कश्मीरी एप्पल बेर से न केवल गुलाम मोहम्मद चांदी काट रहे, समय के साथ उनका रकबा भी बढ़ा। फार्मिंग के साथ एम्प्लॉयमेंट इस लोकप्रिय किसान की पहचान बन गई है।

केला, पपीता और एप्पल बेर की खेती

गुलाम मोहम्मद केले, पपीता और एप्पल बेर की खेती (Kashmiri Apple Ber Price) करते हैं। उन्होंने शुरुआत में एक एकड़ में कश्मीरी एप्पल बेर की खेती शुरू की। इसमें एक लाख रुपए से कम खर्च आता है। इसके बाद पूरे सीजन उन्होंने एक एकड़ एप्पल बेर से ढाई लाख रुपए तक की आमदनी की। फिलहाल, तीन एकड़ में एप्पल बेर की खेती कर रहे हैं। तीन एकड़ में करीब 4 लाख रुपए लागत के बाद उन्हें 9 से 10 लाख रुपए तक की आमदनी हो रही है।

सैकड़ों की संख्या में खेत में लगे पेड़ से बेर तोड़कर वह बाजार में बिक्री करते हैं। हालात ये हैं कि, कई बार तो लोग खुद बेर की खरीद के लिए बाग़ तक आ जाते हैं। इससे उनका समय और खर्च भी बच जाता है। गुलाम मोहम्मद बताते हैं, एप्पल बेर की अच्छी डिमांड है। लखनऊ के मॉल के अतिरिक्त गोंडा, बलरामपुर, बाराबंकी, उत्तराखंड और नेपाल में भी एप्पल बेर की मांग है।

तीन साल से कर रहे खेती

प्रगतिशील किसान गुलाम मोहम्मद उद्यान विभाग की प्रेरणा से एप्पल बेर की पैदावार (Kashmiri Apple Ber ki Kheti) में जुटे हैं। उन्हें तीन साल पहले एप्पल बेर की खेती के लिए प्रेरित किया गया था। तब से लगातार खेती जारी है। साल 2021 से वर्तमान समय तक में उनका निरंतर एप्पल बेर की खेती कर रहे गुलाम मोहम्मद अब ख्यातिप्राप्त किसान बन चुके हैं। एक एकड़ से शुरू हुई खेती अब तीन एकड़ तक पहुंच चुकी है।

टिशू कल्चर' पैदावार के लिए खास

भारत के अधिकांश राज्यों में केले की मांग साल भर रहती है। केला स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। यही वजह है कि, देश में केले की बागवानी बड़े पैमाने पर होती है। भारत में केले की करीब 500 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं। मगर, इनमें बेहतरीन पैदावार के लिए 'टिशू कल्चर' तकनीक से पौधे तैयार करने की सलाह दी जाती है। बहराइच निवासी गुलाम मोहम्मद बताते हैं, कि टिशू कल्चर तकनीक से केले की खेती (Banana Tissue Culture) कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। हालांकि, इस तकनीक से पौधे तैयार करते वक्त कई प्रकार की सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। वर्ना, किसान को फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

उत्तर प्रदेश के किसान गुलाम मोहम्मद (Bahraich Farmer Ghulam Mohammad) से सीख लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अब कई अन्य किसान ऐप्पल कश्मीरी सेब का उत्पादन कर देश भर में राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। कल तक जो किसान खेती से न के बराबर आमदनी का रोना रो रहे थे, आज कश्मीरी ऐप्पल सेब और टिशू कल्चर से केले की पैदावार से अच्छी आमदनी कर रहे हैं।

Durgesh Sharma

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