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गलत ट्रैक पर दौड़ी काठगोदाम एक्सप्रेस, पैसेंजर्स चिल्लाए तो टला हादसा

Admin
Published on: 25 Feb 2016 4:51 AM GMT
गलत ट्रैक पर दौड़ी काठगोदाम एक्सप्रेस, पैसेंजर्स चिल्लाए तो टला हादसा
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बरेली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु गुरुवार को लोकसभा में रेल बजट पेश करेंगे, लेकिन बुधवार को ही बरेली में प्रभु की रेल ही रास्ता भटक गई। ट्रेन काठगोदाम जाने के बजाए रामपुर की तरफ जाने वाले ट्रैक पर चल पड़ी। ड्राइवर को तब पता चला, जब पैसेंजर्स चिल्लाने लगे। हालांकि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन अगर थोड़ी देर और हो जाती तो ये एक चूक बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थी। जब काठगोदाम एक्सप्रेस अचानक रामपुर वाले ट्रैक पर दौड रही थी, उस वक्त गनीमत थी कि रामपुर या लखनऊ की ओर से कोई ट्रेन अपने सही ट्रैक पर नहीं आ रही थी,। अगर ऐसा होता तो बड़ा हादसा हो जाता।

क्या है पूरा मामला ?

सुबह करीब 10 बजे बरेली जंक्शन पर काठगोदाम एक्सप्रेस को रोका गया। थोड़ी देर बाद उसे सिटी स्टेशन होते हुए काठगोदाम के लिए जाना था। जैसे ही ट्रेन चली काठगोदाम की बजाय रामपुर ट्रैक पर दौड़ पड़ी, ये देखकर गेट के पास खड़े और खिड़की वाली साइड पर बैठे यात्रियों के होश उड़ गए। उन्हें समझ आ गया कि गाड़ी गलत ट्रैक पर दौड़ रही थी। उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। कुछ दूरी पर बना क्रॉसिंग खुला था। वहां से गुजर रहे लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। यात्रियों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के बस्ती के लोग भी घरों से बाहर आ गए। लोग रेलवे के टोल फ्री नंबर पर सूचना देने लगे। पैसेंजर की चीख-पुकार सुनकर लोको पायलट को सुध आई और तब कहीं जाकर उसने ब्रेक लगाए।

कैसे हुई ये चूक ?

सुबह 11:26 बजे जंक्शन पर त्रिवेणी एक्सप्रेस बेपटरी होने के कारण लखनऊ से काठगोदाम जाने वाली काठगोदाम एक्सप्रेस (15043 ) बुधवार दोपहर जंक्शन पर रोकी गई थी। जंक्शन वाया बरेली सिटी, बहेड़ी - काठगोदाम जाने वाली ट्रेन त्रिवेणी एक्सप्रेस के लाइन 6 और एक से हटने के बाद दोपहर 2:15 पर चलाई गई। काठगोदाम एक्सप्रेस के लोको पायलट ने ट्रेन वाया बरेली सिटी ले जाने के बजाय रामपुर ट्रैक पर दौड़ा दी।

खुली हुई थी रेलवे क्रॉसिंग

रामपुर ट्रैक पर कोई सिग्नल नहींथा, इसलिए श्मशान भूमि क्रॉसिंग भी खुली हुई थी। यहां से राहगीर गुजर रहे थे। ट्रेन गलत ट्रैक पर चलने का आभास यात्रियों को हो गया। यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इससे लोको पायलट की नींद टूटी। लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर से बात की। इसके बाद ट्रेन दोबारा बरेली जंक्शन यार्ड की लाइन छह में डाली गई। यहां से काठगोदाम एक्सप्रेस वाया बरेली सिटी - काठगोदाम को रवाना की गई।

आपस में भिड़ गए अफसर

कोच बेपटरी होने के बाद कैरिज एंड वैगन और ट्रैफिक विभागों के बीच एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालने लगे। कोई भी गलती मानने को तैयार नहीं था। मुरादाबाद रेल मंडल के अफसरों की मौजूदगी में ही बरेली जंक्शन के अफसर भिड़ गए। इस घटना के दो घंटे के अंदर ज्वॉइंट रिपोर्ट बन जानी चाहिए, मगर देर रात तक इसे तैयार नहीं किया गया। दोपहर को मुरादाबाद रेल मंडल के अफसरों ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की थी।

क्या कहना है पीआरओ का ?

इज्जतनगर रेल मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह का कहना है कि काठगोदाम एक्सप्रेस के गलत ट्रैक पर जाने की जानकारी नहीं है। बरेली जंक्शन का मामला है, इसलिए मुरादाबाद रेल मंडल के अफसरों को जानकारी होगी, अगर मामला सहीं हुआ, तो कार्रवाई तय है।

त्रिवेणी एक्सप्रेस भी हुई थी डिरेल

जंक्शन से रोज दोपहर 11:55 बजे इलाहाबाद के शक्तिनगर जाने वाली 14370, त्रिवेणी एक्सप्रेस का यार्ड से प्लेटफार्म एक पर कोच बेपटरी हो गया, जिसेस 76 स्लीपर टूट गए। राहगीरों ने शटर को बेपटरी कोच के बारे मे बताया, तब ट्रेन रोकी गई। सूचना पर अफसर मौके पर पहुंचे। उसी दौरान जम्मूतवी से कोलकाता जाने वाली 13152 ,सियालदह एक्सप्रेस और जम्मूतवी से बरौनी जानो वाली 15098, अमरनाथ एक्सप्रेस पहुंच गई। ट्रेनों को रोक दिया गया। बेपटरी कोच को छोड़ बाकी ट्रेन हटाई गईं। लगभग एक घंटे अप-डाउन लाइन की ट्रेनों का संचालन बंद रहा। इसके बाद मुरादाबाद से आने वाली ट्रेनों को प्लेटफार्म दो से गुजारा गया।एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (एआरटी) को मुरादाबाद से आने मे दो घंटे लग गए। नाराज यात्रियों ने हगामा किया। त्रिवेणी एक्सप्रेस डेढ़ बजे प्लेटफार्म पर लगी, तब यात्रियों ने राहत की सांस ली। डीआरएम ने रिपोर्ट तलब की है।

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