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SN Sabat News: जानिये कौन हैं एसएन साबत जो बने हैं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष

SN Sabat News: आईपीएस सावंत जहां कहीं भी तैनात रहे अपनी कार्यशैली के कारण लोकप्रिय रहे। मुजफ्फरनगर, बनारस, अलीगढ़ और अयोध्या में सावंत का एएसपी के रूप में कार्यकाल सराहनीय रहा इन्हें व्यवहार कुशल अधिकारी माना जाता रहा है।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 3 Jan 2025 8:51 AM IST
retired IPS SN Sabat
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retired IPS SN Sabat  (PHOTO: social media )

SN Sabat News: योगी आदित्यनाथ सरकार ने पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी के पद से सेवानिवृत्त होने वाले 1990 बैच के आईपीएस एसएन साबत को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष बनाया है। उनकी नियुक्ति पांच वर्ष के लिए की गई है। यह पद प्रवीर कुमार के इस्तीफा देने के बाद से पिछले साल जुलाई से रिक्त चल रहा था। साबत के साथ ही रिटायर्ड आईजी सुभाष सिंह बघेल व कौशांबी के सुरेश चंद्र को सदस्य बनाया गया है। सुभाष सिंह बघेल आइजी के पद से वर्ष 2021 में सेवानिवृत्त हुए थे। बघेल व सुरेश चंद्र का कार्यकाल 2029 तक रहेगा। कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव एम देवराज ने गुरुवार को इनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। प्रवीर कुमार ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर त्याग पत्र दिया था।

एसएन साबत का पूरा नाम सत्य नारायण साबत है ये 1990 बैच के आईपीएस हैं। आपका गृह जनपद कोरापुट है। आपके पिता का नाम रघुनाथ साबत है। साबत का जन्म 23 दिसंबर 1964 में हुआ था। साबत फिजिक्स में एमएससी और पीएचडी हैं। आपने फ्रेज में डिप्लोमा भी लिया है। इसके अलावा पीजीडीबीएम का कोर्स भी किया है।

आईपीएस सावंत जहां कहीं भी तैनात रहे अपनी कार्यशैली के कारण लोकप्रिय रहे। मुजफ्फरनगर, बनारस, अलीगढ़ और अयोध्या में सावंत का एएसपी के रूप में कार्यकाल सराहनीय रहा इन्हें व्यवहार कुशल अधिकारी माना जाता रहा है। संवेदनशील अधिकारी सावंत पीड़ितों की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहे। सावंत को मानवाधिकारों के हिमायती के रूप में भी जाना जाता है।

जालौन, मिर्ज़ापुर, मुज़फ्फरनगर ओर बनारस में ज़िले के कप्तान के रूप में एस एन सावंत ने पीड़ितों को त्वरित न्याय देकर आम जनमानस में अपनी छाप छोड़ दी थी। व्यवहार कुशल अफसर माने जाने वाले एसएन सावंत मिर्ज़ापुर , कानपुर ओर बनारस के डीआईजी भी रह चुके है। सावंत मिर्जापुर, कानपुर और बनारस के डीआईजी भी रह चुके हैं।


लेखक भी हैं एसएन साबत

शायद आपको नहीं पता होगा एसएन साबत लेखक भी हैं। उनकी पुस्तक भारत में मानवाधिकार, वैदिक काल से आधुनिक काल तक को पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार मिला है। पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय की ओर से उनकी पुस्तक के लिए पुरस्कृत किया गया है।

एसएन साबत हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं के लेखक हैं। एसएन साबत ने मूलत: पदार्थ विज्ञान से स्नात्कोत्तर एवं प्रबन्धन (मानव संसाधन) का अध्ययन करने के बाद भारतीय संस्कृति एवं मानव अधिकार जैसे विषयों के शोध-कार्य किए हैं।

एसएन सावंत का भारतीय संस्कृति में मानव अधिकार विषय पर लिखा लेख वर्ष 2004 में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा प्रकाशित 'नई दिशाएं पुस्तक में प्रकाशित हुआ था।

वर्ष 2006 में साबत की कृति 'भारतीय संस्कृति में मानव अधिकार की अवधारणा को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया था।

संयुक्त राष्ट्रीय संघ के शान्ति मिशन में सराहनीय कार्य के लिए एसएन सावंत को विश्व शान्ति पदक दिया जा चुका है। दरअसल साबत को शांति सेना में कार्य के लिए भेजा गया था। जहां उन्होंने बहुत कार्य किया।

इसके अलावा उन्हें भारत के राष्ट्रपति की ओर से वर्ष 2006 और वर्ष 2014 में विशिष्ट सेवा हेतु पुलिस पदक प्रदान किया गया था।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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