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KGMU में हुआ 'अपग्रेडेड कोविड-19 हाईथ्रूपुट टेस्टिंग लैब' का उद्घाटन, प्रो.अमिता जैन ने बताया कोविड परीक्षण की चुनौतियों के बारे में

Lucknow News: KGMU में अपग्रेडेड कोविड-19 हाईथ्रूपुट टेस्टिंग लैब' का आज उद्घाटन हुआ है।

Shashwat Mishra
Report Shashwat MishraPublished By Shweta
Published on: 14 July 2021 11:05 PM IST (Updated on: 14 July 2021 11:05 PM IST)
प्रो. अमिता जैन
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प्रो. अमिता जैन 

Lucknow News: बुधवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अंतर्गत 'अपग्रेटेड कोविड-19 हाईथ्रूपुट टेस्टिंग लैब' का लोकार्पण मुख्य अतिथि आलोक कुमार (प्रमुख सचिव, मेडिकल एजुकेशन, उ0प्र0 सरकार) द्वारा कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

इस मौके पर प्रमुख सचिव द्वारा माइक्रोबायोलॉजी विभाग में रिबन काटकर प्रयोगशाला का लोकार्पण किया गया। उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रयासों को देखा और उनके कार्यों की भरपूर सराहना की। आलोक कुमार ने केजीएमयू द्वारा उठाए गए इस कदम को प्रोत्साहित और इसका स्वागत किया। तत्पश्चात लोकार्पण कार्यक्रम केजीएमयू के प्रशासनिक भवन स्थित ब्राउन हाल में संपन्न हुआ।

ब्राउन हाल में कार्यक्रम की शुरुआत डायस पर विराजमान सभी गणमान्य व्यक्तियों को डॉ. सुरुचि शुक्ला द्वारा पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया। इस अवसर पर कुलपति ने पूरे यूपी राज्य के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा किए गए परामर्श कार्य की सराहना की एवं प्रयोगशाला के लिए बधाई दी।

टेस्टिंग लैब का लोकार्पण करते हुए मुख्य अतिथि आलोक कुमार

डॉ. बिपिन पुरी ने इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, एवं आलोक कुमार (प्रमुख सचिव, मेडिकल एजुकेशन) की दूरदर्शिता, कुशल मार्गदर्शन एवम अभूतपूर्व सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड प्रो. अमिता जैन ने राज्य भर में कोविड परीक्षण के दौरान आई चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि 'माइक्रोबायोलॉजी विभाग, केजीएमयू देश में अधिकतम COVID-19 परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं में से एक है और हाल ही में 22 लाख कोविड आरटीपीसीआर परीक्षण कर एक रिकार्ड स्थापित किया।

मुख्य अतिथि आलोक कुमार

पूरी टीम समाज के लाभ के लिए निरंतर समर्पण और सहयोग के साथ काम कर रही है। वर्तमान में प्रतिदिन 15000 कोविड सैंपल आरटीपीसीआर टेस्ट करने की क्षमता है।'डॉ. अमिता जैन ने बताया कि 'माइक्रोबायोलॉजी विभाग सलाह और प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान गतिविधियों में लगातार लगी हुई है, और COVID-19 नमूनों की पूलिंग पर ICMR के साथ एक सलाह जारी की है। जो RTPCR परीक्षण के टर्नअराउंड समय, अभिकर्मक और जनशक्ति को कम करती है। ICMR द्वारा जारी की गई सलाह को राष्ट्रीय स्तर पर भी RTPCR प्रयोगशालाओं द्वारा अच्छी तरह से पालन किया गया है।

मुख्य अतिथि आलोक कुमार और उपस्थित सभी लोग

माइक्रोबायोलॉजी विभाग, केजीएमयू पहले लो पुट प्लेटफॉर्म के माध्यम से समय-समय पर विभिन्न जीवों के लिए जीन अनुक्रमण करता रहा है। यह बहुत सम्मान और गर्व का दिन है क्योंकि माइक्रोबायोलॉजी विभाग अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है और राज्य के लिए एक उच्च थ्रूपुट जीनोम अनुक्रमण सेवाओं को ला रहा है। समारोह का समापन डॉ. विमला वेंकटेश के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ और समारोह में केजीएमयू के सभी प्रतिष्ठित संकायों के डाक्टरों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर लोकार्पण कार्यक्रम में उप कुलपति प्रो. विनीत शर्मा, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की हेड प्रो. अमिता जैन सहित चिकित्सा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।



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Shweta

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