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KGMU: जनवरी से इलाज होगा महंगा, जानें हर जांच की संभावित दर

यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित केजीएमयू में जनवरी से मरीजों का इलाज महंगा हो जाएगा। दूर-दराज से आए मरीजों को अपना उपचार कराने के लिए पहले से ज्यादा जेबें ढीली करनी पड़ेगी। एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई सहित खून की सभी जांचों में 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी करने की संभावना है।

priyankajoshi
Published on: 9 Dec 2017 11:14 AM IST
KGMU: जनवरी से इलाज होगा महंगा, जानें हर जांच की संभावित दर
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लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) में जनवरी से मरीजों का इलाज महंगा हो जाएगा। दूर-दराज से आए मरीजों को अपना उपचार कराने के लिए पहले से ज्यादा जेबें ढीली करनी पड़ेगी। एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई सहित खून की सभी जांचों में 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी करने की संभावना है।

इसके अलावा पैथॉलजी तथा रेडियालॉजी की जांचें भी महंगी हो जाएंगी। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद केजीएमयू में भी मरीजों का उपचार एसजीपीजीआई और लोहिया संस्थान के बराबर दामों पर होने लगेगा। अभी तक राजधानी में केजीएमयू में सबसे कम दामों पर मरीजों के इलाज होते थे। लेकिन अब यहां भी अन्य संस्थानों की तरह ही उपचार होने लगेगा। नए दर लागू होने से केजीएमयू में रोजाना आने वाले करीब 10,000 मरीज प्रभावित होंगे।

बजट की कमी ने बिगाड़ा हिसाब

जानकारों के मुताबिक, 2017 में केजीएमयू के बजट में भारी कटौती कर दी गई है। इसी के चलते यहां पर संबंधित चीजें महंगी होने जा रही हैं। विभिन्न शुल्कों में बढ़ोत्तरी के लिए केजीएमयू प्रशासन ने रिव्यू कमेटी का गठन कर दिया है। इलाज 25 से 30 फीसदी महंगा होने के कारण केजीएमयू में रोजाना करीब 10 हजार मरीजों को झटका लगेगा।

ये भी पढ़ें... KGMU में इलाज पहले से अधिक महंगा, मरीजों को होगी परेशानी

अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे

अभी तक राजधानी में सबसे कम दामों पर जांच केजीएमयू करता है। एसजीपीजीआई से लेकर लोहिया संस्थान से भी सस्ती कीमतों पर मरीजों को राहत मिल जाती है। लेकिन दाम में बढ़ोत्तरी होने से मरीजों को पहले से अधिक पैसे खर्च करने होंगे।

दाम बढ़ने से मरीज परेशान

केजीएमयू के ट्रामा सेंटर से आए दिन रेजिडेंट डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आता रहता है। मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इलाज में देरी होने पर मरीज के तीमानदारों की शिकायत पर कर्मचारी लड़ने को तैयार हो जाते हैं। ऐसे मामले ट्रामा सेंटर में रोजाना देखने को मिलते हैं। मरीजों के तीमानदारों का कहना है कि एक तो ठीक तरीके से इलाज नहीं होता है और दूसरी ओर शुल्क बढ़ोत्तरी करना पूरी तरह से गलत है।

ये हैं संभावित जांच दर

-एमआरआई पहले 3500 में होता था अब 4500 में होगा

-सीटी स्कैन पहले 500 रुपये में होता अब 650

-एक्स-रे-पहले 150, अब 200

-अल्ट्रासाउंड पहले 180, अब 250

-सीरम लिपिड प्रोफाइल पहले 300, अब 400

-टीएस, टीएसएच पहले 380 अब 500

-सीरम एमलेस पहले 300 अब 375

-सीरम आयरन टीबीसी पहले 150, अब 187

-सीरम अल्फा फेटो प्रोटीन पहले 350 अब 437

-विटामिन-डी पहले 900, अब 1125

-सीईए-25 पहले 300, अब 375

-सीरम कोलेस्ट्रॉल पहले150 अब 187

-पीटीएच पहले 700 अब 875

-विटामिन बी-पहले 600, अब 750

-एचआईवी पहले 100, अब 125

-हीमोग्लोबिन, पहले 20, अब 25



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priyankajoshi

priyankajoshi

इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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