×

Raebareli News: जिला कारागार रायबरेली में खिचड़ी भोज का आयोजन, बन्दियों को बांटे गए कम्बल

Raebareli News: जिले में मकर संक्राति के अवसर पर जिला कारागार रायबरेली में पूर्व विधायक सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने खिचड़ी भोज आयोजित किया साथ ही बन्दियों को कम्बल वितरीत किया।

Narendra Singh
Published on: 15 Jan 2023 2:49 PM GMT
Khichdi feast organized in District Jail Rae Bareli, blankets distributed to prisoners
X

रायबरेली: जिला कारागार रायबरेली में खिचड़ी भोज का आयोजन, बन्दियों को बांटे गए कम्बल

Raebareli News: जिले में मकर संक्राति के अवसर पर जिला कारागार रायबरेली में पूर्व विधायक सुरेन्द्र बहादुर सिंह (Former MLA Surendra Bahadur Singh) ने खिचड़ी भोज आयोजित किया साथ ही बन्दियों को कम्बल वितरीत किया। कारागार पुस्तकालय हेतु गीता तथा अन्य पुस्तके दान किया। पूर्व विधायक सुरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा इस अवसर पर बन्दियों को अपराध से विरत रहने हेतु प्रेरित किया। अवसर पर कारागार पर पधारे सभी सम्मानितजनों का जेलर, सत्य प्रकाश द्वारा स्वागत किया गया तथा जेल अधीक्षक अविनाष गौतम द्वारा कार्यक्रम हेतु आभार व्यक्त किया गया। कारागार के अधिकारीगण उपजेलर अनिल कुमार विश्वकर्मा, उपजेलर कुवंर वीरेन्द्र विक्रम सिंह, इंदिरा नगर सभासद पूनम तिवारी सहित बीजेपी नेता भी मौजूद रहे एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी तथा बन्दीगण उपस्थित रहे।

पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कैदियों के लिए खिचड़ी भोज का किया आयोजन

मकर संक्रांति की अवसर पर सरेनी विधानसभा से पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने अपने पिता स्वर्गीय ठाकुर रतनपाल सिंह‌ की पुण्यतिथि पर जिला कारागार में बंद बंदियों को कंबल वितरित किए और बंदियों के साथ ही खिचड़ी भोज का आयोजन किया‌। पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह के पिता ठाकुर रतनपाल सिंह कुल जिले का दानवीर भी कहा जाता है बनारस बीएचयू की कॉमर्स फैकल्टी उन्हीं के नाम पर है इसके अलावा भी राम मंदिर निर्माण में भी उन्होंने ₹1‌करोड़ से अधिक का सहयोग दिया था।

माता-पिता से बढ़कर कुछ नहीं

पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा की पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर मैं जेल के बंदियों के साथ भोजन करना चाहता था। साथ ही साथ यह मंशा थी कि इन बंदियों को यह बताना कि माता-पिता से बढ़कर कुछ नहीं है साथ ही यह बंदियों को था कि सिखाना की अपराध से कितना दूर रह जाए उतना अच्छा है। यही वजह रही कि मैं पिता की पुण्यतिथि पर आज मैं यहां जेल परिसर में आया हूं। बंदियों के साथ भोजन किया है। खिचड़ी भोज का आनंद लिया है साथ ही इन्हें मेरी तरफ से कंबल भी वितरित किया गया है।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story