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Bikaru Kand: खुशी दुबे को SC से मिली जमानत, बिकरू कांड में थी आरोपी, प्रियंका बोली न्याय की जीत
UP News: कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में मुख्य आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आज सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। बिकरु कांड में जमानत पाने वाली खुशी दुबे पहली आरोपित हैं।
UP News: कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड में मुख्य आरोपित अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को बुधवार (4 जनवरी 2023) को सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई है। बिकरु कांड में जमानत पाने वाली खुशी दुबे पहली आरोपित हैं। फिलहाल खुशी दुबे को हर हफ्ते एसएचओ के सामने जाकर हाजिरी लगानी पड़ेगी। खुशी दुबे बिकरू कांड मामले में दो साल से जेल में बंद हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले यूपी सरकार ने बिकरु कांड में शहीद हुए परिजनों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में खुशी दुबे की जमानत का विरोध किया था।
खुशी दुबे को जेल में रखने का कोई औचित्य नहीं : सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने आज बुधवार को बिकरु कांड मामले में सुनवाई करते हुए कहा कि घटना के समय खुशी दुबे सिर्फ 17 साल की थी। ऐसे में खुशी दुबे को जेल में रखने का कोई औचित्य नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि खुशी दुबे के जमानत की शर्त ट्रायल कोर्ट तय करेगा। बता दें कि इससे पहले इलाहाबाद जिला अदालत और हाईकोर्ट ने खुशी दुबे को जमानत देने इनकार कर दिया था।
प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट
खुशी दुबे की जमानत पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया। लिखा कि भाजपा सरकारी ने अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए उसे जेल भेजा था। मालूम हो कि यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने खुशी दुबे की बहन को टिकट देकर कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार बनाया था।
जानें क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि जुलाई 2020 में चौबेपुर के तत्कालीन सीओ के साथ पुलिस फोर्स माफिया विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए गई थी। बिकरु में विकास दुबे व उसके गुर्गों ने पुलिस पर फायरिंग शुर कर दी। इस दौरान 8 पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। घटना के बारे में जानकारी होने के बाद देश भर में हडकंप मच गया थ। विपक्ष ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला था, लेकिन योगी सरकार ने भी एक्शन लेते हुए गैंगेस्टर एक्ट तहत विकास दुबे के घऱ बुल्डोजर चलवा दिय़ा था। पुलिस ने विकास दुबे, अमर दुबे सहित 4 लोगों को एनकाउंटर में मार गिराया था। वहीं पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे पर हमलावरों को उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। खुशी दुबे को सह अभियुक्त बनाकर जेल भेज दिया गया था। बिकरू कांड से 2 दिन पहले ही खुशी दुबे की अमर दुबे के साथ शादी हुई थी।