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Meerut News: अग्निपथ स्कीम के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा का धरना शुरू, छावनी में तब्दील हुआ कलक्ट्रेट
Meerut News: भाकियू की मांग है कि यह योजना वापस ली जाए। उनका कहना है कि जब तक योजना वापस नहीं होगी किसान और युवा चुप नहीं बैठेंगे।
Meerut News: सेना भर्ती से जुड़ी अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme) के खिलाफ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संयुक्त किसान मोर्चा (Kisan Morcha) के आह्वान पर आज सुबह भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के कार्यकर्ता और युवक कलक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन (Dharna Pradarshan) शुरू कर दिया है। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई। कलक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र सरकार को जमकर कोसा। इस दौरान कलक्ट्रेट परिसर में भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। फिलहाल धरना जारी है।
भाकियू की मांग है कि यह योजना वापस ली जाए। कहा जब तक योजना वापस नहीं होगी किसान और युवा चुप नहीं बैठेंगे। भाकियू कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि मोदी सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है। भाकियू ने ऐलान किया है कि अग्निपथ योजना को वापस लेना होगा, जिस तरह कृषि कानून को सरकार ने वापस लिया, उसी तरह इस योजना को भी वापस लेना होगा। तब तक किसान और युवा चुप नहीं बैठेंगे
अग्निपथ योजना से युवा कहीं का भी नहीं रहेगा
भारतीय किसान यूनियन नेताओं ने कहा कि अग्निपथ योजना से युवा कहीं का भी नहीं रहेगा। इसके अलावा देश की सुरक्षा व्यवस्था और सेना के प्रति युवाओं का उत्साह भी कम होगा। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही सरकारी कर्मचारियों की पेंशन समाप्त कर रही है, ऐसे में अब सेना के नाम पर भी युवाओं को तमाम तरह की सुविधाओं को रोजगार से वंचित करने का प्रयास अग्निपथ के रूप में कर रही है। भाकियू नेताओं ने मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार सरकारी नौकरी वालों की पेंशन समाप्त कर रही है तो सांसद और विधायकों की पेंशन भी समाप्त होनी चाहिए।
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में पहले छात्रों ने बवाल किया और कई जगह पर हिंसा हुई, फिर राजनीतिक दलों ने इसके विरोध में अपनी आवाज उठाई और अब किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने अग्निपथ योजना के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। ये वहीं संगठन है जिसकी अगुवाई में कृषि संशोधन कानून का विरोध शुरू हुआ था।