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क्या है CM योगी की अभ्युदय योजना? 5 दिन में 40 लाख से अधिक ने देखी वेबसाइट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभ्युदय एक कोचिंग सेंटर मात्र नहीं है, यह जीवन निर्माण की एक नई शुरुआत हैं। ओडीओपी की तर्ज पर अभ्युदय योजना को भी लोकप्रिय बनाएंगे। आगे आने वाले समय में हर प्रतियोगी परीक्षा को इससे जोड़ेंगे।

Ashiki
Published on: 15 Feb 2021 1:21 PM GMT
क्या है CM योगी की अभ्युदय योजना? 5 दिन में 40 लाख से अधिक ने देखी वेबसाइट
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क्या है CM योगी की अभ्युदय योजना? 5 दिन में 40 लाख से अधिक ने देखी वेबसाइट

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की अति महत्वाकांक्षी "अभ्युदय योजना" की सोमवार को विधिवत शुरुआत करते हुए इसे प्रदेश के युवाओं को समर्पित किया। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा अभ्युदय योजना की शुरुआत अभी प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर किया गया है, जिसका आगे जिला स्तर पर भी विस्तार किया जाएगा।

आलम ये है कि महज पांच दिनों में ही योजना से संबंधित वेबसाइट को पचास लाख से अधिक लोगों ने देखा। अभ्युदय योजना की शुरुआत करने की मंशा को जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कॉल के दौरान कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं का तैयारी कर रहे बच्चों को वहां पर लॉकडाउन के दौरान फंसने और वहां से उनको निकाल कर उनके घरों को भेजने के दौरान उनकी तड़प को देखकर मन में ख्याल आया कि क्यों न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए युवाओं को प्रदेश में ही उनके घरों के पास कोचिंग की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

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प्रथम चरण में हुआ 50 हजार बच्चों का चयन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था पर प्रदेश सरकार विशेष ध्यान दे रही है। 90 हजार प्राथमिक विद्यालयों को कायाकल्प योजना से जोड़ा गया है। उत्तर प्रदेश प्रतिभाओं की धरती है, तो हमारे प्रतिभाशाली बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में कैसे पिछड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभ्युदय योजना के प्रथम चरण में 50 हजार बच्चों का सेलेक्शन हुआ है। जिन बच्चों का सिलेक्शन अभी नहीं हुआ है, उनको निराश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि उनके लिए भी वर्चुअल व्यवस्था होगी। इस कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले बच्चों का साप्ताहिक और मासिक परीक्षा भी होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभ्युदय एक कोचिंग सेंटर मात्र नहीं है, यह जीवन निर्माण की एक नई शुरुआत हैं। ओडीओपी की तर्ज पर अभ्युदय योजना को भी लोकप्रिय बनाएंगे। आगे आने वाले समय में हर प्रतियोगी परीक्षा को इससे जोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा 4 लाख नौजवानों को पूरी पारदर्शिता एवं ईमानदारी की व्यवस्था के तहत नौकरियां दिया जा चुका है। अभ्युदय योजना के तहत फिजिकल व वर्चुअल क्लास मंगलवार को बसंत पंचमी के पावन पर्व से चलेंगी। इस महत्वाकांक्षी अभ्युदय योजना वेबसाइट को इतने कम समय में ही 40 लाख लोगों ने देखा है और 6 लाख से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण किया है।

छात्रों ने मुख्यमंत्री का किया शुक्रिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्युदय योजना में चयनित वाराणसी के छात्र कपिल दुबे से संवाद करते हुए प्रतियोगी परीक्षा हेतु उनके उत्साह के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भारतीय मनीषा में धर्म को कर्तव्य से जोड़कर देखा गया है। लोगों के अभ्युदय का जो मार्ग प्रशस्त करें वह धर्म है। छात्र कपिल दुबे ने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि उनके मन में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए युवाओं के लिए बनाये गये यह अभ्युदय कैसे आया?

सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना कॉल के दौरान कोटा में फसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र- छात्राओं की अपने अपने घरों पर पहुंचने की तड़पड़ाहट का जिक्र करते हुए बताया कि उनके मन में उसी समय यह भाव आया था कि प्रदेश में ही यदि बच्चों के घरों के आसपास ही तैयारी करने की कोचिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए और आज यह मूर्त रूप ले लिया है।

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इन प्रतियोगी परीक्षाओं की होगी तैयारी

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीएस, सीडीएस, नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी के लिए अभ्युदय योजना आरंभ की है। जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शुभांरभ किया। इस योजना के तहत ऐसे सभी छात्रों को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा मिलेगी। जो इन परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह नहीं कर पाते हैं। कोचिंग में पढ़ाई 16 फरवरी से शुरू होगी। अभ्युदय योजना के अंतर्गत छात्रों को ऑनलाइन स्टडी मटैरियल के साथ ऑफलाइन कक्षाएं भी लगाई जाएंगी।

रिपोर्ट: आशुतोष सिंह

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