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धनतेरस: जानें क्यों इस दिन की होती है सबसे ज्यादा खरीदारी, अधिक बिकती है ये चीजें
लखनऊ: देश भर में आज धनतेरस का बड़े ही धूमधाम से त्यौहार मनाया जा रहा है। लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। हिन्दू धर्म के मान्यतानुसार इस दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है। धनतेरस को हम शुभता में वृद्धि के लिए कुछ खरीदने के लिए जानते हैं। आम तौर पर इस दिन लोग सोने और चांदी के बने आभूषण और सिक्के खरीदते हैं। आइये जानते हैं कि धनतेरस के पर्व पर सबसे ज्यादा किस चीज की खरीदारी करते की जाती है।
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अमूमन लोग इस दिन सबसे ज्यादा आभूषणों को खरीदने पर फोकस देते हैं। सम्पन्न परिवार के लोग अधिकतर सोने चांदी के गहनों को खरीदते हैं। और जो सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं वे लोग ज्यादातर बर्तन, कपड़े, मूर्ति, झाड़ूू, दो पहिया या चार पहिया वाहन, इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे मोबाइल, फ्रिज, वाशिंग मशीन,एलईडी, टीवी, लैपटॉप आदि इन सब चीजों को खरीदते हैं। और गरीब परिवार के लोगों के लिए तो यह त्यौहार एक आम दिन की ही तरह से गुजरता है।
इस दिन करीब पूरे साल से ज्यादा की खरीदारी होती है, करोड़ों का व्यापार होता है। पिछले वर्षों के आंकड़ों के अनुसार सबसे ऊपर सोना-चांदी और फिर वाहन और इसके बाद कपड़े और फिर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदे गए हैं।
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क्यों खरीदा जाता है धनतेरस पर सामान
दिवाली से ठीक 2 दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है। इस साल 05 नवम्बर 2018 को मनाया जा रहा है। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही भगवान धनवंतरी सागर मंथन से उत्पन्न हुए थे इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। भगवान धनवंतरी के उत्पन्न होने से ठीक दो दिनों के बाद देवी लक्ष्मी सागर मंथन से प्रकट हुईं। इसलिए दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।
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धनवंतरी जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। यही वजह है कि धनतेरस के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। इस दिन स्टील और चांदी के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता भी है कि इस दिन धन (वस्तु) खरीदने से उसमें कई गुणा वृद्धि होती है। धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है। इसके पीछे कारण यह माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और इससे मन में संतोष रूपी धन का वास होता है।