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कुंभ की दिव्यता और भव्यता का बखान कर रहे सांस्कृतिक मंच
संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा दिव्य कुम्भ में मेला क्षेत्र में पांच प्रमुख मंच एवं बीस मंच नगर क्षेत्र में तैयार किए गए है। जिस पर लगभग प्रदेश, देश व विदेश के एक हजार कलाकार दलों के साथ लगभग आठ हजार कलाकारों द्वारा लगातार 45 दिनों तक कार्यक्रम किया जाना है। जिसे सांस्कृतिक कुम्भ का नाम दिया गया है।
आशीष पाण्डेय
कुंभ नगर: संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा दिव्य कुम्भ में मेला क्षेत्र में पांच प्रमुख मंच एवं बीस मंच नगर क्षेत्र में तैयार किए गए है। जिस पर लगभग प्रदेश, देश व विदेश के एक हजार कलाकार दलों के साथ लगभग आठ हजार कलाकारों द्वारा लगातार 45 दिनों तक कार्यक्रम किया जाना है। जिसे सांस्कृतिक कुम्भ का नाम दिया गया है।
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संस्कृति विभाग द्वारा इसके अलावा कला कुम्भ प्रदर्शनी, समुन्द्र मंथन, मुखौटा कार्यशाला और प्रयागराज जिले के विद्यालय में प्रस्तुतिपरक कार्यशालाएं आयोजित की गई है। नगर क्षेत्र के 20 मंचो में किला चौराहे, अक्षयवट मंच के निकट और भारद्वाज मंच के निकट स्थित सांस्कृतिक मंचों पर आज लखनऊ के सुरताल संगम की जया श्रीवास्तव ने भजन प्रस्तुत किया वही नई दिल्ली के शारिक मंसूरी ने नाटक का मंचन किया। केपी इंटर कॉलेज, लेप्रोसी मिशन चौराहे और हाथी पार्क के सांस्कृतिक मंचों पर आज प्रयागराज के कलाकार सत्यवान कुमार ने लोकगीत और मूलचंद्र विश्वकर्मा ने अवधी लोकनृत्य प्रस्तुत किया।
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संस्कृति ग्राम चौराहे, अरैल सेक्टर 19 कला-मंच और वल्लभाचार्य सांस्कृतिक मंचों पर आज लखनऊ की कलाकार नंदिनी पांडेय ने लोक नृत्य और उत्त्तराखंड के संजय सैनी ने कठपुतली का खेल दिखाया। बैंक रोड चौराहे, सिविल लाइंस बस स्टॉप और पत्थर वाला चर्च के निकट स्थित सांस्कृतिक मंचों पर आज उन्नाव के शत्रुघ्न ने आल्हा का गायन व लखनऊ के परमानंद प्रजापति ने कठपुतली का खेल दिखाया।
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बालसन चौराहे, इंद्रमूर्ति चौराहे और सुभाष चौराहे पर आज गाजियाबाद के राजेश सांगवा ने कठपुतली का खेल दिखाया और रामप्रसाद ने लोकनृत्य प्रस्तुत किया। विश्वविद्यालय तिराहे और राजपुर ट्रैफिक चौराहे के निकट स्थित सांस्कृतिक मंचों पर आज प्रयागराज के रामसुचित ने लोकनृत्य प्रदर्शित किया और प्रदीप कुमार ने बिरहा गायन प्रस्तुत किया। हीरा हलवाई चौराहा, सरस्वती घाट-नैनी ब्रिज और प्रयागराज जंक्शन के निकट स्थित सांस्कृतिक मंचों पर आज प्रतापगढ़ के आशीष मौर्या ने नाटक का मन्चन किया। प्रयागराज के संस्कृति जादू दल ने जादू दिखाया। उक्त कार्यक्रम मेला क्षेत्र सहित नगर क्षेत्र में लोगों के लिए जहां आकर्षण का केंद्र बने हैं तो वहीं कुंभ की दिव्यता और भव्यता का भी बखान कर रहे हैं।