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Kushinagar Boat Accident: नारायणी नदी में यात्रियों से भरी नाव पलटी, 3 की मौत
Kushinagar Boat Accident: कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली नारायणी नदी में छोटी नाव अनियंत्रित होकर पलट गई।
Kushinagar Boat Accident: कुशीनगर जिले के खड्डा थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली नारायणी नदी के रेता में गेहूं काटने के लिए छोटी नाव पर सवार होकर जा रहे लोगों की नाव अनियंत्रित होकर पलटी, जिसमें आसपास के लोगों ने 7 लोगों को बचा लिया और 3 लोग की डूबने से मौत हो गई। काफी तलाश के बाद तीनों के शव बाहर निकाल लिए गए हैं।
मौके पर पहुंची पुलिस शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई है।
घटना की सूचना पर पहुंचे खड्डा विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक विवेकानंद पांडे ने कहा कि 7 लोग सुरक्षित हैं जबकि 3 लोगों की मौत हो गई है इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ हैं और आपदा राहत और बचाव कोष से मृतकों के परिवार को 4-4 लाख रुपए की मदद दी जाएगी।
कुशीनगर जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र में नारायणी (बड़ी गंडक )नदी में छोटी नाव पलटने से 3 की मौत हो गई । ये सभी लोग छोटी नाव से नदी उस पार अपने खेत में गेहूं काटने जा रहे थे । जनपद के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के पनियहवा के टोला पथलहवा निवासी आसमा खातून उम्र 35 वर्ष ,गुड़िया उम्र 18 वर्ष तथा सोनी उम्र 18 वर्ष गांव के अन्य लोगों के साथ छोटी नाव में सवार होकर अपने खेतों में काम करने के लिए जा रहे थे।
अचानक नाव का संतुलन बिगड़ा और नाव डूब गई नाव पर सवार 7 लोगों को तो बचा लिया गया ।लेकिन आसमां, गुड़िया और सोनी की डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्य का दिया निर्देश नारायणी नदी में नाव पलटने की घटना की जानकारी होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लेने लगे ।
घटनास्थल पर जुटी भारी भीड़। नारायणी नदी की घटना की जानकारी होते ही आसपास के गांवों के लोग जुट गए ।चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग लाश निकलवाने और डूबने वाले को बचाने लगे। जान जोखिम में डालकर नदी पार करते किसान।
जनपद की नारायणी नदी की चौड़ाई बरसात में अधिक हो जाती है। रेता क्षेत्र होने के कारण कटान भी बहुत होता है। नारायणी नदी बार-बार अपना राह बदलती है जिसके चलते किसानों की उपजाऊ भूमि पर खतरा मंडराता रहता है। नदी द्वारा छोड़ी गई मिट्टी में किसान खेती करते हैं । यह मिट्टी उपजाऊ होती है जिसमें गन्ना ,गेहू आदि की फसलें उगाई जाती हैं। फसल तैयार होने के बाद उसको लाना किसानों के लिए समस्या होती है। लोग छोटी-छोटी नाव के सहारे नारायणी नदी पार कर खेतों तक जाते हैं और दुर्घटनाएं होने की प्रबल आशंका बनी रहती है।
मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक
नारायणी नदी नाव पलटने से तीन की मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक विवेकानंद पांडे मौके पर पहुंच गए । उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में हम सभी लोग पीड़ित परिवार के साथ हैं। मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप आपदा राहत कोष से प्रत्येक मृतक परिवारों के परिजनों को चार लाख रुपये की अनुग्रह सहायता राशि दी जाएगी।