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Kushinagar: पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह सहित 20 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज, 144 के उल्लंघन का लगा आरोप
Kushinagar News Today: पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ 144 के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
Kushinagar: जनपद के कप्तानगंज चीनी मिल पर बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को दिलाने की मांग को लेकर दीपावली को कप्तानगंज तहसील कार्यालय पर धरना देने के लिए अपने साथियों के साथ पहुंचे जनपद के चर्चित किसान नेता एवं उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह (Former Minister of State Radhey Shyam Singh) सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा 144 के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा कप्तानगंज थाने में उसी थाने के दरोगा विजय शंकर यादव की तहरीर के आधार पर दर्ज किया गया है ।
पुलिस को चकमा देकर किसान नेता राधेश्याम सिंह धरने हुए थे शामिल
कप्तानगंज चीनी मिल पर किसानों का लगभग 44 करोड़ बकाया होने के कारण किसानों की हालत बहुत दयनीय हो गई है। किसानों के दुख को समझते हुए किसान नेता राधेश्याम सिंह दीपावली के दिन दीपावली नहीं मनाने का निर्णय लिया था और किसानों के साथ उनकी हक की मांग के लिए से तहसील परिसर में शरीक हो गये। हलाकि धरने में नहीं पहुंचने के लिए पुलिस उनके हाटा और बाबू देवरिया आवास पर पहरा दे रही थी। लेकिन राधेश्याम सिंह पुलिस को मात देते अपने वादे के अनुसार धरने में शामिल हों गये। पुलिस तुरंत उनको हिरासत में लेकर जनपद के सबसे किनारे पूर्वी छोर के थाना तरयासुजान में दिन भर रहा। अपने नेता की हिरासत में लिये जाने की खबर सुनते ही भारी संख्या में लोग तरयासुजान थाने पहुंच गए।
धरने से एक दिन पूर्व राज्यमंत्री का आरोप लगाया
हालांकि धरने से एक दिन पूर्व राज्यमंत्री का आरोप लगाया था कि प्रशासन रासुका का भय दिखाकर किसानों के आंदोलन को कुचलना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे रासुका वह मुकदमे की परवाह नहीं किसानों के हित के लिए आंदोलन करूंगा । किसानों के साथ हो रहे अत्याचार को सहन नहीं कर पाऊंगा मैं संघर्ष की ही उपज हूं।
आखिर गिरफ्तारी और रिहा के बाद मुकदमा दर्ज होना बना चर्चा का विषय
कप्तानगंज तहसील में दीपावली के दिन धरना स्थल पर पहुचते ही पूर्व राज्यमंत्री श्री सिंह व उनके साथियों को हिरासत में ले लिया गया और वहां से तरयासुजान थाने पर ले जाया गया था । शाम को फिर छोड़ दिया गया । पूर्व राज्य मंत्री की गिरफ्तारी बिना कोई मुकदमा दर्ज किये ही किया गया था। गिरफ्तारी के दूसरे दिन मुकदमा दर्ज होना चर्चा का विषय बना हुआ है।