Kushinagar News: आदर्श नगर पंचायत रामकोला का हाल, दशकों बाद नहीं मयस्सर हुआ नगर वासियों को शुद्ध पेयजल

Kushinagar: रामकोला नगर पंचायत में दशकों बीत जाने के बाद भी नागरिकों को शुद्ध पीने का पानी मयस्सर नहीं हो पाया। जबकि वार्ड वासी सप्लाई की पानी मिलने का इंतजार करते रहे।

Mohan Suryavanshi
Published on: 8 Dec 2022 10:27 AM GMT
Kushinagar News
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दशकों बाद नहीं मयस्सर हुआ नगर वासियों को शुद्ध पेयजल

Kushinagar News: आम आवाम को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार तमाम ताना-बाना बुन रही है। लेकिन कई जगहों पर लाखों खर्च के बाद भी धरातल पर समस्या जस की तस बनी हुई हैं। यही हाल रामकोला नगर पंचायत की है, जहां दशकों बीत जाने के और लाखों खर्च होने के बाद भी नागरिकों को शुद्ध पीने का पानी मयस्सर नहीं हो पाया। जबकि वार्ड वासी सप्लाई की पानी मिलने का इंतजार करते रहे।

नगर पंचायत चुनाव में शुद्ध पेयजल का इंतजाम होगा सबसे बड़ा मुद्दा

इस बार नगर पंचायत चुनाव में शुद्ध पेयजल का इंतजाम सबसे बड़ा मुद्दा होगा। नगर में समय-समय पर चेयरमैन बदलते रहे फिर भी किसी ने जनहित के इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाया। इस बार नगर पंचायत रामकोला का विस्तारीकरण भी हुआ है, क्षेत्र बड़ा हो गया है लेकिन शुद्ध पेयजल, जल निकासी, गलियों की, सड़कों की दशा जस की तस है। समस्याएं सुरसा के मुंह की तरह खड़ी हैं। नलों से निकलता है प्रदूषित पीला जल।

रामकोला नगर पंचायत क्षेत्र के पूर्वी भाग में मथुरा नगर है। जो राष्ट्रीय राजमार्ग 730 के किनारे बसा हुआ है। यहां हजारों की आबादी है। मथुरा नगर के बगल से ही जलजमाव वाला क्षेत्र शुरू होता है। नगर क्षेत्र का प्रदूषित जल इधर ही आकर गिरता है और भूजल के मामले में यह क्षेत्र सबसे प्रदूषित बना हुआ है। यहां नलों से पीला पानी निकलता है, जो पीने योग्य नहीं है। यहां के लोग पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।

पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में मथुरा नगर के घरों तक पानी पहुंचाने का हुआ प्रयास

पूर्व चेयरमैन महेंद्र गोड़ के कार्यकाल में मथुरा नगर की आवाम के घरों तक पानी पहुंचाने का प्रयास हुआ। लेकिन लाखों की लागत से पाइप बिछाकर पानी लाने की योजना टांय -टांय फिस्स हो गR। यहाँ बताते चलें कि दशकों पूर्व मथुरा नगर वार्ड क्षेत्र में प्रदूषित जल पीने से आधा दर्जन से अधिक मौतें हुई थी और यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए आन्दोलन भी किये थे। सरकार ने कुछ मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता राशि भी दी थी। चीनी मिल की तरफ से लगभग आधा दर्जन नलों को गहराई तक बोर कराकर मथुरा नगर वासियों को दिया गया था।

पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में मथुरा नगर में दो जगहों पर काशीराम आवास एवं मुख्य मार्ग पर शुद्ध पेयजल के लिए नेचुरल एक्वा वाटर कूलर एंड आरओ सिस्टम बनाया गया है। लोकार्पण की कुछ ही माह बाद वह खराब हो गया। वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में भी लाखों खर्च कर कई वार्डों में आरो प्लांट लगा है जो कुछ समय तक कार्य किया लेकिन कुछ ही माह बाद खराब होता चला गया। वर्तमान में वह महज शो पीस बनकर रह गया है। जो आदर्श नगर पंचायत की कार्यप्रणाली को चुनौती दे रहा है।

क्या कहते हैं मथुरा नगर वासी।

पेयजल की गंभीर समस्या से जूझ रहे रामकोला नगर क्षेत्र के मथुरा नगर वासी आज भी उम्मीद की राह देख रहे हैं। पीने की पानी की समस्या पर पूर्व सभासद शिवकुमार ने कहा कि हमारे कार्यकाल में मथुरा नगर में पीने की पानी की सप्लाई देने के लिए लगभग 18 लाख रुपए की पाइप बिछाया गया था सिर्फ पानी सप्लाई देना था। लेकिन कार्यकाल समाप्त होने की वजह से यह योजना धरी की धरी रह गई। वर्तमान चेयरमैन के कार्य काल में पीने की पानी के संबंध में कोई कार्य नहीं हुआ है।

मथुरा नगर के ही राजेश खरवार का कहना है कि हम लोगों को नगर पंचायत से कभी भी शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध नहीं कराया गया। पीने की पानी की यहां गंभीर समस्या है। इसी वार्ड के अनिल शर्मा का कहना है कि जब से रामकोला नगर पंचायत बना है तब से आज तक शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है। हम लोग पानी खरीद कर पीते हैं। मथुरा नगर निवासी सोनू मद्धेशिया ने कहा कि पीने का पानी यहां के लोगों की मूलभूत समस्या है। नगर पंचायत को यहां के नागरिकों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करानी चाहिए।

Deepak Kumar

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