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Kushinagar News: रामभद्राचार्य ने फाजिलनगर का नाम तुलसी नगर रखने का दिया प्रस्ताव, करतल ध्वनि से श्रद्धालुओं ने किया स्वागत

Kushinagar News: कहा-मर्यादा पुरुषोत्तम राम कितने महान थे इसका प्रत्यक्ष उदाहरण भारतीय संविधान के प्रथम पृष्ठ पर सीता सहित उनका चित्र यह दर्शाता है कि भारत में सनातन संस्कृति की जड़ें कितना मजबूत है।

Mohan Suryavanshi
Published on: 10 Dec 2023 6:01 PM GMT
Kushinagar News: रामभद्राचार्य ने फाजिलनगर का नाम तुलसी नगर रखने का दिया प्रस्ताव, करतल ध्वनि से श्रद्धालुओं ने किया स्वागत
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Kushinagar News: जनपद के फाजिलनगर क्षेत्र के सेमरा धाम में रामकथा के छठवें दिन श्रद्धालुओं को रामकथा का रसपान करा रहे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने जहां तरह-तरह की भगवान की लीलाओं का वर्णन किया तो स्थानीय नगर पंचायत फाजिलनगर नगर का नाम तुलसी नगर रखने पर श्रद्धालुओं ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नाम परिवर्तन के लिये मैं सरकार के मन्त्री से मिलकर स्वयं इसकी सिफारिश करुंगा। यहां बता दें कि फाजिलनगर धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। फाजिलनगर नगर का उप नाम पावा नगर भी है और रामचरित मानस पर विवादास्पद बयान देने वाले सपा महासचिव स्वामी प्रसाद यही से विधानसभा चुनाव भी लड़े थे। जगतगुरू ने राम की महिमा सुनाते हुए कहा कि राम कथा के माध्यम से समस्त जनमानस में वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार का प्रण लिया हूं।

संकट के समय मनुष्य का सबसे बड़ा साथी धैर्य होता है-

मर्यादा पुरुषोत्तम राम कितने महान थे इसका प्रत्यक्ष उदाहरण भारतीय संविधान के प्रथम पृष्ठ पर सीता सहित उनका चित्र यह दर्शाता है कि भारत में सनातन संस्कृति की जड़ें कितना मजबूत है। जगद्गुरू ने आज अपने प्रवचन में श्रद्धालुओं के बीच पति-पत्नी व पिता-पुत्र के सम्बन्धों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि संकट के समय मनुष्य का सबसे बड़ा साथी धैर्य होता है क्योंकि संकट काल में सभी उसी प्रकार साथ छोड़ देते हैं जैसे चंद्रमा पर संकट आने पर उनके बारह नक्षत्र उनका साथ छोड़ देते हैं। जब चंद्रमा के साथ ऐसा हो सकता है तो कलयुग में किसी के भी साथ हो सकता है। ऐसे में संकट से मुक्ति के लिये सनातन संस्कृति में प्रभु की भक्ति को इसीलिये महत्त्वपूर्ण माना गया है।


उन्होंने ने कहा कि लाख विपत्ति आये फिर भी पत्नी को अपने पति का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिये। जगतगुरू राम मंदिर आंदोलन की चर्चा कर भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उस दौरान उनके साथ तमाम कठिनाइयां उत्पन्न की गई। मुझे प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा लेकिन मैं भी प्रण कर लिया कि शरीर रहे या ना लेकिन राम मंदिर बनकर रहेगा। इसके लिए मैं अपना सब कुछ न्योछावर कर दूंगा।

कथा सुनने दूर दराज से श्रद्धालु आ रहे हैं। स्थानीय लोगों की भारी भीड़ हो रही है। आज की कथा में सांसद कुशीनगर विजय दूबे, राजेश्वर सिंह, विधायक हाटा मोहन वर्मा व रामकोला विधायक विनय प्रकाश गोंड़, खड्डा प्रमुख शशांक दूबे आदि जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। कुशीनगर नपाप के चेयरमैन प्रतिनिधि राकेश कुमार जायसवाल व चेयरमैन किरण जायसवाल, प्रणय शुक्ला,अंजलि शुक्ला, अजय राय, अल्पना शुक्ला, दीपक द्विवेदी आदि के द्वारा चरण पादुका और व्यास गद्दी के पूजन किया।

Shashi kant gautam

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