×

स्वास्थ विभाग की लापरवाही सरकारी दवाएं जलाकर फेंकी कूड़ेदान में

Lakhimpur Kheri Bijua CHC जिले के बिजुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना एक्सपायरी व एक्सपायरी सरकारी दवा इंजेक्शन बोतल कूड़ेदान में अघजली हालत में मिली।

Himanshu Srivastava
Published on: 12 Sep 2022 5:23 AM GMT
Lakhimpur Kheri Bijua CHC
X

Lakhimpur Kheri Bijua CHC

Click the Play button to listen to article

Lakhimpur Kheri Bijua CHC जिले के बिजुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना एक्सपायरी व एक्सपायरी सरकारी दवा इंजेक्शन बोतल कूड़ेदान में अघजली हालत में मिली। बेहद कीमती दवाओं को कूड़ेदान में फेंका गया। ये देखकर लोगों के होश उड़ गए। क्योंकि उन्हें भटकते रहने के बावजूद दवाओं का लाभ नहीं मिल पाया था।

लोगों का कहना है कि उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुआ में सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। निशुल्क इलाज नहीं मिल पाता। कूड़ेदान में दवाओं को फेंके जाने से अस्पताल प्रशासन की बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल गई है। जबकि कूड़ेदान में दवाइयों पर 2024, 2023 की एक्सपायरी पड़ी थी जिनमें से सरकारी दवा इंजेक्शन बोतले अध जले हालत में मिले हैं। सीएचसी परिसर में कूड़े के ढेर में कीमती सरकारी दवाइयों को ठिकाने लगाया जा रहा है।

जानकारी होने पर सीएचसी अधीक्षक ने मौके पर जाना उचित नहीं समझा बस सीसीटीवी कैमरे चेक करने की बात कही। आपको बताते चलें अस्पतालों में दवाओं की कोई कमी नहीं डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक यूपी की जनता के स्वास्थ्य के लिए सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कोई कमी ना हो इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। सरकार द्वारा करोड़ों रुपए की दवा सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में दी जा रही हैं। जहां ज्यादातर गरीब लोग चेकअप के लिए जाते हैं। जहां यह दवाएं उन्हें मुफ्त में जहां मिलनी चाहिए लेकिन गरीब जनता तक दवाएं बहुत कम ही पहुंच पाती हैं। सीएचसी कर्मी द्वारा इन दवाओं को जला दिया गया। सरकारी दवाइयां कूड़े के ढेर में फेंक दी गईं। इन दवाइयों में रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली थी कुछ दवाएं एक्सपायरी हो चुकी थीं। ज्यादातर दवाएं खाने वाली दवाएं थीं। वह बिना एक्सपायरी के भी कूड़ेदान में जलाई गई। सीएचसी प्रभारी अमित सिंह ने कहा हैकि अध जली सरकारी दवा उनके स्टाफ में नहीं है अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर यह दवा कहां से आई है

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story