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Lakhimpur Kheri News: पीडब्ल्यूडी ने दस मीटर सड़क की चौड़ाई करने का प्रस्ताव निदेशालय भेजा

Lakhimpur Kheri News: एलआरपी चौराहे से महेवागंज में निघासन रोड पर इंदिरा मनोरंजन वन पार्क तक सड़क का चौड़ीकरण कराया जाएगा। वर्तमान में यह सड़क सात मीटर चौड़ी है, जिसे तीन मीटर बढ़ाकर 10 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव है।

Himanshu Srivastava
Published on: 22 Jan 2023 11:20 AM GMT
Lakhimpur Kheri News
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पीडब्ल्यूडी के अधिकारी बैठक के दौरान (सोशल मीडिया) 

Lakhimpur Kheri News: एलआरपी चौराहे से महेवागंज में निघासन रोड पर इंदिरा मनोरंजन वन पार्क तक सड़क का चौड़ीकरण कराया जाएगा। वर्तमान में यह सड़क सात मीटर चौड़ी है, जिसे तीन मीटर बढ़ाकर 10 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव है। मार्ग का चौड़ीकरण होने से शहरवासियों को जाम से निजाद मिल जाएगी। संकटा देवी चौराहा से लेकर मेला मैदान चौराहे तक रोजाना ही जाम की समस्या रहती है। वहीं एलआरपी चौराहे से ओवरब्रिज तक जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है। एलआरपी चौराहे से ओवरब्रिज होते हुए यह मार्ग महेवागंज को जोड़ते हुए पलिया व निघासन मार्ग में बंट जाता है।

मार्ग के चौड़ीकरण का मुद्दा जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों में भी उठाया जा चुका है। सदर विधायक योगेश वर्मा ने इस मार्ग के चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी को दिया था। वहीं लोक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद ने भी इस मार्ग के चौड़ीकरण के लिए स्टीमेट बनाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए थे। लिहाजा पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड एक ने एलआरपी चौराहे से गुरुनानक इंटर कॉलेज-ओवरब्रिज-संकटा देवी चौराहा से मेला मैदान से महेवागंज होते हुए निघासन रोड पर स्थित इंदिरा मनोरंजन वन पार्क तक सड़क को सात मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर करने का स्टीमेट तैयार किया है।

ओवरब्रिज को छोड़कर शेष 9.3 किलोमीटर लंबे मार्ग के दोनों ओर डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। इससे सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी तो वहीं बिजली खंभों व पेयजल पाइप लाइन की शिफ्टिंग कराई जाएगी। स्टीमेट के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट पर करीब 38 करोड़ की लागत आएगी, जिसमें बिजली और पेयजल लाइन की शिफ्टिंग का व्यय भी शामिल है। इस बारे में अधिशासी अभियंता अनिल कुमार जाटव ने बताया कि एलआरपी चौराहे से इंदिरा मनोरंजन वन पार्क तक कुल 9.3 किलोमीटर सड़क की चौड़ाई सात मीटर से बढ़ाकर 10 मीटर की जाएगी। स्टीमेट बनाकर निदेशालय भेजा गया है, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।

Prashant Dixit

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