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Lakhimpur Kheri News: यूपी सरकार की लखीमपुर जिले को दूसरे तराई हाथी रिजर्व की सौगात, घूमने के लिए ये हैं खास
Lakhimpur Kheri News: इस हाथी रिजर्व में पीलीभीत का टाइगर रिजर्व, बहराइच का कतरनिया घाट और दुधवा टाइगर रिजर्व के अलावा दक्षिणी खीरी रेंज का मोहम्मदी व महेशपुर रेंज भी शामिल किया गया है।
Lakhimpur Kheri News: उत्तर प्रदेश सरकार ने तराई हाथी रिजर्व की स्थापना पर मुहर लगा दी है। जबकि केंद्र सरकार अक्टूबर में ही तराई हाथी रिजर्व स्थापित करने की मंजूरी दे चुकी है। इस हाथी रिजर्व में पीलीभीत का टाइगर रिजर्व, बहराइच का कतरनिया घाट और दुधवा टाइगर रिजर्व के अलावा दक्षिणी खीरी रेंज का मोहम्मदी व महेशपुर रेंज भी शामिल किया गया है। यह देश का 33वां और प्रदेश का दूसरा हाथी रिजर्व क्षेत्र है।
लखीमपुर के तराई हाथी रिजर्व में दुधवा टाइगर रिजर्व का 2200 वर्ग किलोमीटर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व का 730 वर्ग किलोमीटर और दक्षिण खीरी वन प्रभाग का 172 वर्ग किलोमीटर का जंगल शामिल होगा। इस क्षेत्रफल के लिहाज से ये देश का आठवां सबसे बड़ा हाथी रिजर्व है। इससे पहले सहारनपुर के शिवालिक में हाथी रिजर्व स्थापित हुआ था। साल 2019 में हुई गणना के अनुसार यूपी में कुल 352 हाथी हैं।
जबकि अकेले दुधवा में 149 हाथी पाए गए थे। अब इनकी संख्या बढ़कर के 205 हो गई है। इनके अलावा दुधवा टाइगर रिजर्व में कुल 25 पालतू हाथी भी हैं। जो सैलानियों को जंगल भ्रमण कराने के साथ ही पेट्रोलिंग कर जंगल की निगरानी करते हैं। यह दुधवा टाइगर रिजर्व का जंगल नेपाली हाथियों का पसंदीदा ठिकाना हैं। इसके चलते हर साल हाथियों के बड़े समूह आकर महीनों प्रवास करते हैं।
इन हिस्सों को जोड़कर बना हाथी रिज़र्व
दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर ने बताया, कि पांच हिस्सों को जोड़कर तराई हाथी रिजर्व बनाया गया है। इसके पहले हिस्से में दुधवा टाइगर रिजर्व के पलिया डिवीजन में दुधवा, बेलरायां, बनकटी, दक्षिण सोनारीपुर, गौरीफंटा, सठियाना, उत्तर सोनारीपुर, किशनपुर, मैलानी रेंज को रखा गया है। जबकि इसके दूसरे हिस्से में दुधवा बफर जोन के मैलानी, भीरा, निघासन, पलिया, धौरहरा, मझगई, संपूर्णानगर रेंज को शामिल किया गया है।
तो वहीं तीसरे हिस्से में दक्षिण खीरी डिवीजन में गोला और मोहम्मदी रेंज को शामिल किया गया है। जबकि चौथे हिस्से में दुधवा टाइगर रिजर्व का कतर्निया घाट डिवीजन में सुजौली, निशानागाढ़ा, कटमी घाट, धर्मपुर, मुर्तिहा, मोतीपुर, ककरहा रेंज शामिल हैं। इसी तरह पांचवे हिस्से में पीलीभीत टाइगर रिजर्व के माला, महोब, बराही, हरीपुर, द्योरियो रेंज शामिल किया गया है।