×

Lakhimpur Kheri: आतंक का पर्याय बना आदमखोर बाघ पिंजरे में कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

Lakhimpur Kheri News: पलिया तहसील इलाके के मरोचा गाव के आस पास इलाके में 2 माह से बाघ के खौफ से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया था।

Himanshu Srivastava
Published on: 29 Nov 2022 8:42 AM GMT
Lakhimpur Kheri tiger
X

बाघ पिंजरे में कैद 

Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर खीरी में दहशत का पर्याय बने बाघ को आखिरकार वन विभाग ने पकड़ा ही लिया, वन विभाग ने बाघ को ट्रेंकुलाइज करके पकड़ा। पलिया तहसील इलाके के मरोचा गाव के आस पास इलाके में 2 माह से बाघ के खौफ से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया था बाघ ने एक युवक को हमला कर मौत के घाट उतार दिया था, वहीं कई लोगों को घायल भी कर दिया था, दर्जनों मवेशियों को अपना शिकार बना चुका था, बाघ के हमले से लगातार लोगों के मारे जाने के बाद वन विभाग की टीम ने कई जहां पर पिंजरा लगाया हुआ था और ट्रेंकुलाइज करने के लिए परमिशन भी ले ली थी।

आज उसी बाघ को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया, बाघ को देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण पिंजरे में झांकते रहे, आखिरकार ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी भी आई कि जिस बाघ के खौफ से वह लोग घरों से निकल नहीं पा रहे थे, आखिरकार वह बाघ पकड़ा गया।

बाघ गिरफ्त में

दहशत का पर्याय बना बाघ आखिर गिरफ्त में आ गया, वन विभाग ने बाघ को ट्रेंकुलाइज करके पकड़ा। पलिया तहसील इलाके के मरोचा गाव के आस पास इलाके में 2 माह से बाघ के खौफ से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया था। बाघ ने एक युवक को हमला कर मौत के घाट उतार दिया था, वहीं कई लोगों को घायल भी कर दिया था। दर्जनों मवेशियों को अपना शिकार बना चुका था, बाघ के हमले से लगातार लोगों के मारे जाने के बाद वन विभाग की टीम ने कई जगह पर पिंजरा लगाया हुआ था और ट्रेंकुलाइज के लिए परमिशन भी ले ली थी। आज उसी बाघ को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story