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Lakhimpur Kheri News: गुरु नानक विद्यक सभा इंटर कॉलेज में हुआ करियर काउंसलिंग का आयोजन, टेक्निकल करियर की दी गई जानकारी
Lakhimpur Kheri News: जिला सेवायोजन कार्यालय के वरिष्ठ अनुदेशक राजेश कुमार द्वारा सरकारी नौकरियों के विभिन्न अवसरों और उनसे जुड़ी प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी गई, जिला सेवायोजन कार्यालय द्वारा छात्रों को सरकारी, प्राइवेट और टेक्निकल करियर की भी विस्तृत जानकारी दी गई।
गुरु नानक विद्यक सभा इंटर कॉलेज में हुआ करियर काउंसलिंग का आयोजन (Photo- Social Media)
Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर खीरी जिला सेवायोजन कार्यालय द्वारा आज गुरु नानक विद्यक सभा इंटर कॉलेज में एक करियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी प्रदान करना और उन्हें अपने लक्ष्य के प्रति मार्गदर्शन देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत जिला सेवायोजन कार्यालय के वरिष्ठ अनुदेशक राजेश कुमार द्वारा की गई, जिन्होंने सरकारी नौकरियों के विभिन्न अवसरों और उनसे जुड़ी प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले रीजनिंग के प्रश्नों को हल करने की प्रभावी ट्रिक्स भी छात्रों के साथ साझा कीं।
डिजिटल युग में कंप्यूटर शिक्षा के महत्व को समझाया
इसके बाद एमसीसी के काउंसलर विवेक एम यादव ने प्राइवेट नौकरियों के अवसरों पर प्रकाश डाला और आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर शिक्षा के महत्व को समझाया। उन्होंने छात्रों को विभिन्न आईटी और सॉफ्ट स्किल्स से जुड़ी जानकारी दी, जिससे वे निजी क्षेत्र में बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें।
कार्यक्रम में संगीत विशेषज्ञ डॉ. रुचि गुप्ता ने संगीत के क्षेत्र में करियर बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि संगीत न केवल एक कला है, बल्कि इसमें अनेक करियर विकल्प भी उपलब्ध हैं, जिनमें शिक्षण, गायन, वादन और म्यूजिक प्रोडक्शन शामिल हैं।
इसके अलावा, पूर्व जिला कौशल विकास समन्वयक एवं फोरमैन, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान लखीमपुर खीरी अनूप सिंह ने शिक्षा और हुनर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि "शिक्षा और हुनर एक पक्षी के दो पंख हैं। जिस प्रकार पक्षी अपने दोनों पंखों का उपयोग करके आकाश की ऊंचाइयों को छूता है, उसी प्रकार छात्र भी शिक्षा के साथ अपनी पसंदीदा स्किल्स को विकसित करके सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का युग है, जिसमें पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी और व्यावसायिक कौशल भी आवश्यक हैं।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्या ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया और छात्रों को इस ज्ञानवर्धक सत्र का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।