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Lakhimpur News: रात के अंधेरे में चला ऑपरेशन, बाढ़ में फंसे थे पांच लोग
Lakhimpur News: प्रभावित गांवों से प्राप्त सूचनाओं पर क्विक रेस्पॉन्ड कर प्रभावितों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। पूरा प्रयास किया जा रहा कि शासन की मंशा के अनुरूप संकट की इस घड़ी में हरसंभव सहायता प्रदान की जाए।
Lakhimpur News: संकट की घड़ी! पलिया तहसील में शारदा नदी से जुड़े सुतिया नाले के किनारे बसे गांव बड़ा पतवारा में बाढ़ की विभीषिका में एक झोपड़ी में फंस गए थे पांच लोग। सूचना मिलते ही हरकत में आ गया प्रशासन। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का नेतृत्व और मार्गदर्शन, हरसंभव सहायता का संकल्प। एसडीएम कार्तिकेय सिंह की अगुवाई। एनडीआरएफ के जवानों ने अपना जीवन दांव पर लगाकर रात के अधेरे में रेस्क्यू कर पांचों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर ही दम लिया।
जानकारी के मुताबिक बड़ा पटावरा गांव में एक झोपड़ी में पांच लोगों के फंसे होने की सूचना आती है, इस पर पूरा प्रशासन हरकत में आ जाता है। तहसीलदार आरती यादव एनडीआरएफ के साथ मौके के लिए रवाना होती हैं। एसडीएम कार्तिकेय सिंह के नेतृत्व, देखरेख एवं अगुवाई ने आकस्मिकता को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम 11-डी ने रात के अंधेरे में ही बाढ़ और जल बचाव अभियान चलाया। ऑपरेशन के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बलराम 32 वर्ष, शत्रुघ्न 65 वर्ष, मनसा देवी 60 वर्ष, मंजू देवी 26 वर्ष, निक्की 03 वर्ष को मोटरबोट के जरिए रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान न केवल रातभर एसडीएम एसडीएम कार्तिकेय सिंह मौजूद रहे, बल्कि एनडीआरएफ टीम की कड़ी मेहनत और प्रयासों की सराहना भी की। इस दौरान नायब तहसीलदार दिलीप कुमार वह हर्ष निशांत भी मौजूद रहे। ऑपरेशन के दौरान पानी का बहाव बहुत तेज था। गन्ने की फसल, जलकुंभी और रास्ते में उथले पानी के कारण एनडीआरएफ की 11-डी टीम को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। एनडीआरएफ के बहादुर जवानों ने अपना जीवन दांव पर लगाकर अपने ध्येय वाक्य "आपदा सेवा सदैव सर्वत्र" को एक बार पुनः सार्थक किया।
डीएम बोली, 24×7 एक्टिव मोड में पूरी मुस्तैदी से काम कर है प्रशासन
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि जिले की सभी प्रभावित तहसीलों में बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। शारदा व घाघरा नदियों के जलस्तर और तटबंधों की 24×7 मॉनीटरिंग करने के साथ ही प्रभावित तहसीलों में संबंधित एसडीएम के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी की फ्लड यूनिट तथा आपदा प्रबंधन टीमें 24×7 एक्टिव मोड में पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। बाढ़ पीड़ितों को गुणवत्तायुक्त भोजन पैकेट समय से उपलब्ध कराने के साथ ही उनकी अन्य मूलभूत आवश्यकताओ का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा। प्रभावित गांवों से प्राप्त सूचनाओं पर क्विक रेस्पॉन्ड कर प्रभावितों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। पूरा प्रयास किया जा रहा कि शासन की मंशा के अनुरूप संकट की इस घड़ी में हरसंभव सहायता प्रदान की जाए। डीएम ने जनता से अपील की है कि घबराएं न अपने को सुरक्षित कर लें। प्रशासन हर स्थिति से निपटने को तैयार है। जनता को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
बाढ़ पीड़ित मनोज के पुत्र के लिए मददगार बना प्रशासन, कराया इलाज
तहसील गोला गोकर्णनाथ के बाढ़ प्रभावित ग्राम जोहरा निवासी मनोज पुत्र प्यारेलाल 03 माह के पुत्र के बुखार से पीड़ित होने की सूचना प्राप्त हुई। एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता ने नायब तहसीलदार को भेजकर नाव के जरिए सड़क मार्ग पर और सरकारी वाहन के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुआ स्वयं लेकर पहुंचे, जहां सीएससी के कुशल चिकित्सक की देखरेख में इलाज करवा कर जरूरी औषधियां भी दिलवाई।