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Lakhimpur Kheri News: कम उम्र में मृत्यु का बड़ा कारण है तंबाकू उत्पाद, लत छोड़ स्वस्थ जिंदगी की ओर बढ़ाएं कदम

Lakhimpur Kheri News: विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर एमसीएच विंग, जिला चिकित्सालय में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने शिरकत की।

Himanshu Srivastava
Published on: 31 May 2023 8:17 PM GMT
Lakhimpur Kheri News: कम उम्र में मृत्यु का बड़ा कारण है तंबाकू उत्पाद, लत छोड़ स्वस्थ जिंदगी की ओर बढ़ाएं कदम
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(Pic: Newstrack)

Lakhimpur Kheri News: ‘हमें भोजन चाहिए, तंबाकू नहीं!’ की थीम पर जिले भर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुए। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर एमसीएच विंग, जिला चिकित्सालय में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने शिरकत की। इस दौरान सीएमएस एमसीएच विंग डॉ. एसी श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। उपस्थित लोगों को इस दौरान तंबाकू छोड़ने की शपथ भी दिलाई गई।

बच्चों ने कभी न मंगाए तंबाकू के उत्पाद

गोष्ठी में लोगों को जागरूक करते हुए मनोचिकित्सक डॉ. अखिलेश शुक्ला ने बताया कि घर में तंबाकू पदार्थों का सेवन करते समय बच्चों से किसी भी तंबाकू उत्पाद को ना मंगाए। प्रत्येक दिन तंबाकू के सेवन के समय के अंतराल को बढ़ाते रहें और धीरे-धीरे इसे छोड़ने का प्रयास करें। इसे छोड़ने के लिए मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ में आकर आप इलाज भी करवा सकते हैं। जिरियाट्रिक फिजिशियन डॉ. शिखर बाजपेई ने बताया कि तंबाकू का सेवन करने से आंतों में अल्सर (घाव) हो सकता है। यह एक मीठा नशा है जो धीरे-धीरे व्यक्ति के शरीर के प्रत्येक अंग पर असर डालता है और उससे नुकसान पहुंचा है। सिगरेट पीने से सीओपीडी बीमारी होती है। जिससे फेफड़े फूल जाते हैं।

हो सकती हैं कैंसर, स्ट्रोक, स्किन प्रॉब्लम्स

वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. आरएस मधौरिया ने बताया कि तंबाकू उत्पादों के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के साथ ही त्वचा संबंधी रोग भी होते हैं। भारत में तंबाकू सेवन से हो रही मौतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जरूरी है कि हम इस बात को समझें कि तंबाकू फेफड़ों सहित शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है। इससे स्ट्रोक होने की भी संभावना रहती है। ईएनटी डॉ. रामकिशन ने बताया कि तंबाकू सेवन करने वाले व्यक्ति के साथ उसका परिवार भी इससे प्रभावित होता है व आसपास के लोग प्रभावित होते हैं। सिगरेट, बीड़ी से नाक, कान, गला आदि प्रभावित होता है और कैंसर की संभावना भी बढ़ जाती है।

सिगरेट का 70 फीसदी धुआं दूसरों को करता है प्रभावित

एमसीएच विंग अधीक्षक डॉ. एसी श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि स्मोकिंग करने वालों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की धूम्रपान द्वारा सिर्फ 30 प्रतिशत धुआं ही उनके शरीर में जाता है, बाकी 70 प्रतिशत आसपास के लोगों को प्रभावित करता है। भारत में हर साल 12 लाख से अधिक लोग सिगरेट पीने या तंबाकू के उत्पादन से काल के गाल में समा जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कोटपा अधिनियम के अंतर्गत सार्वजनिक स्थान पर तंबाकू उत्पादों का सेवन करने वालों का चालान किया जाता है। तंबाकू उत्पादन के सेवन से निजात पाने के लिए डॉक्टर्स की मदद भी ली जा सकती है।

तंबाकू उत्पाद कम कर देते हैं इम्युनिटी

सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने उपस्थित लोगों के बीच जाकर उन्हें तंबाकू उत्पादों से होने वाले नुकसान पर जानकारी देते हुए बताया कि सिर्फ सिगरेट ही नहीं बीड़ी, तंबाकू, गुटखा, खैनी आदि तमाम तंबाकू उत्पाद हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। कई बार जानलेवा बीमारी कैंसर आदि मौत का कारण भी बनती हैं। सभी तंबाकू उत्पाद हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करते हैं। पैरालिसिस, हार्टअटैक, शुगर, ब्लड प्रेशर, दमा सहित तमाम बीमारियों का भी कारण तंबाकू उत्पाद हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि तंबाकू उत्पाद के सेवन से कम उम्र में ही मृत्यु होने की संभावना भी बढ़ जाती है। उन्होंने विज्ञापन के प्रलोभन से बचने की सलाह दी। यह भी कहा कि स्मोकिंग कोई स्टेटस सिंबल नहीं है। कार्यक्रम में एनसीडी सेल की ओर से एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. आरके गुप्ता, एफएलसी विजय वर्मा सहित जिला चिकित्सालय से काउंसलर देवनंदन श्रीवास्तव, साइकेट्रिक सोशल वर्कर अतुल पांडे, मनोवैज्ञानिक स्तुति कक्कड़, साइकेट्रिक नर्स विवेक मित्तल, सरिता सिंह, हेल्प डेस्क से मैनेजर सुरेंद्र कश्यप, पंकज शुक्ला व बसंत गुप्ता, विवेक तिवारी आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

Himanshu Srivastava

Himanshu Srivastava

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