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रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन, अखिलेश यादव इस खास वजह से नहीं गए प्रचार करने
Bypoll: आजमगढ़ और रामपुर समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और ऐसे में दोनों सीटों पर उपचुनाव के मद्देनज़र अखिलेश यादव द्वारा प्रचार ना करना निश्चित तौर पर कई बड़े सवाल खड़ा करता है।
Azamgarh Rampur Lok Sabha Bypoll: आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा चुनाव (Azamgarh Rampur Lok Sabha election) में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और आज़म खान (Azam khan) द्वारा बीते मार्च माह में सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद अब आगामी 23 जून को उपचुनाव आयोजित होने है। ऐसे में आज 21 जून को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है और शाम के समय प्रचार थम जाएगा।
ऐसे में बीते कुछ समय से सभी दल और प्रमुख नेता इस उपचुनाव के मद्देनज़र ज़बरदस्त चुनाव प्रचार और जनसभा आयोजित कर रहे हैं। इसके विपरीत एक ओर जहां दोनों सीटें समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती हैं वहीं दूसरी ओर सपा प्रमुख उपचुनाव के मद्देनज़र इन दोनों सीटों पर प्रचार तक करने नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में सियासी गलियारों में तरह-तरह की बातें तैर रही हैं, जिसमें कुछ लोग इसे अखिलेश यादव की जीत के प्रति निश्चिंतता बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे अखिलेश के हार का डर।
जीत को लेकर अखिलेश निश्चिंत
आजमगढ़ और रामपुर समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और ऐसे में दोनों सीटों पर उपचुनाव के मद्देनज़र अखिलेश यादव द्वारा प्रचार ना करना निश्चित तौर पर कई बड़े सवाल खड़ा करता है, लेकिन कुछ विशेषज्ञों की मानें तो अखिलेसब यादव ने रामपुर की कमान आज़म खान के हाथों में दे दी है और अब ऐसे में वह अब आजमगढ़ भी प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। साथ ही यह भी कहा जा रहा है अखिलेश दोनों सीटों पर अपनी जीत को लेकर बेहद ही निश्चिंत है।
एक ओर जहां भाजपा ने अपने सभी नेताओं, मंत्रियों को दोनों लोकसभा सीटों पर जमकर प्रचार करने के लिए लगा दिया और सीएम योगी खुद आज रामपुर के लिए प्रस्थान कर रहे हैं, ऐसे में अखिलेसब यादव द्वारा लखनऊ में ही रहना लोगों और सियासी पंडितों को थोड़ा अखर रहा है। कुछ लोग इसे अखिलेश का घमंड बता रहे हैं और कह रहे हैं कि इस निश्चिन्तता का परिणाम चुनाव परिणाम वाले दिन सामने आ सकता है वही अधिकतर लोगों का मानना है कि अखिलेश यादव दोनों सीटों पर अपनी जीत को लेकर निश्चिंत हैं।
आज़म खान से नाराजगी की खबरें
अखिलेश यादव रामपुर लोकसभा उपचुनाव में प्रचार ना करने का एक कारण उनके साथ आज़म खान की नाराजगी भी बताया जा रहा है, हालांकि अब इसमें कितनी सच्चाई है और कितना झूठ इस बात की कोई पुष्टि नहीं है। बताया जा रहा है कि आजम खान से नाराज़गी के चलते अखिलेश यादव क्षेत्र में प्रचार करने नहीं गए हैं तथा साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि ऐसे में यदि वह सिर्फ आजमगढ़ प्रचार करने जाते तो इससे उनपर अलग तरह के सवाल खड़े होते, इसलिए अखिलेश ने दोनों में से किसी भी सीट पर जाकर प्रचार ना करने का फैसला लिया है।
अखिलेश यादव का पुराना वीडियो वायरल कर कसा जा रहा तंज
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के आजमगढ़ दौरे के दौरान माला तोड़ कर फेंकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यह वीडियो उस वक़्त का है जब अखिलेश जिले के मेधावियों को लैपटॉप वितरण से पूर्व एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। वीडियो में समर्थक अखिलेश यादव को माला पहनाते हैं, जिसे अखिलेश तुरंत तोड़कर फेंक देते हैं। आगे बढ़ते ही जैसे एक अन्य व्यक्ति ने माला पहनाने का प्रयास किया तो अखिलेश उसे झटक दिया। अखिलेश यादव का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसको लेकर तरह-तरह के तंज कसे जा रहे हैं। विरोधियों द्वारा इस वीडियो के माध्यम से अखिलेश यादव पर चढ़े कथित सत्ता के अभिमान को दर्शाया जा रहा है। ऐसे में विरोधी दल के नेता अखिलेश पर कई तरह के तंज करलस्ट नज़र आ रहे हैं।
बहरहाल सभी रास्तों से निकलकर एक ही नतीजा सामने आ रहा है कि अखिलेश यादव आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा की जीत को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत हैं और इसी के मद्देनज़र उन्होनें इसे अत्यधिक अहमियत ना देते हुए चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र भ्रमण तक नहीं किया है।