TRENDING TAGS :
Lucknow News: ज्ञानवापी के बाद लक्ष्मण टीला मुक्ति अभियान, हिन्दू महासभा 22 मई को निकालेगी संकल्प यात्रा
Lucknow News: काशी, मथुरा के बाद अब लखनऊ की बारी है। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने 22 मई को लक्ष्मण टीला मुक्ति संकल्प यात्रा निकालने का फैसला किया है।
Lucknow News: काशी (Kashi), मथुरा (Mathura) के बाद अब लखनऊ (Lucknow) की बारी है। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा (All India Hindu Mahasabha) ने 22 मई को लक्ष्मण टीला मुक्ति संकल्प यात्रा (Laxman Tila Mukti Sankalp Yatra) निकालने का फैसला किया है।
संगठन का दावा है लक्ष्मण टीला (Laxman Tila) पर हिन्दुओं का उपासना स्थल था जहां औरंगजेब (Mughal Emperor Aurangzeb) द्वारा निर्मित करायी गई मस्जिद है जिसे टीले वाली मस्जिद (Tile Wali Masjid) कहा जाता है। ये स्थान हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है इसे हिन्दुओं को सौंपा जाना चाहिए।
ज्ञानवापी मामले के बाद हिन्दू जनमानस उद्वेलित
आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के वजू स्थान से शिवलिंग (Shivling) मिलने के बाद बहुत तेजी से हिन्दू जनमानस उद्वेलित हो गया है। इस कड़ी में जहां ताजमहल के 22 कमरों को खुलवाने, दिल्ली की कुतुबमीनार में उल्टे लटके गणेश को सीधा किये जाने और पूजा का अधिकार दिलाये जाने की मांग शुरू हो गई है। वहीं लखनऊ लक्ष्मण टीले को मुक्त कराए जाने की मांग शुरू हो गई है।
हिन्दू महासभा के नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी द्वारा बुलायी गई पदाधिकारियों की बैठक में लक्ष्मण टीला मुक्ति संकल्प यात्रा को निकालने का एलान किया है। यह यात्रा 22 मई को निकाली जाएगी तथा दिन में दोपहर तीन बजे 1090 चौराहा से लोहिया पथ, मुख्यमंत्री आवास, राजभवन के सामने से होते हुए अटल चौराहा, हजरतगंज, हलवासिया मार्केट, परिवर्तन चौक, स्वास्थ्य भवन, शहीद स्मारक के रास्तों से गुजरते हुए लक्ष्मण टीला पर पहुँच कर समाप्त होगी।
लक्ष्मण टीले पर हिन्दू उपासना स्थल था
हिन्दू महासभा के नेता और पदाधिकारी इस संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए जुट गए हैं। हिन्दू महासभा ने अन्य संगठनों से भी इस यात्रा में सहयोग मांगा है। आपको बता दें कि पुराने दस्तावेजों में इस बात का स्पष्ट जिक्र है कि इमामबाड़ा के सामने पहले ब्राह्मणों और कायस्थों की बस्ती हुआ करती थी और लक्ष्मण टीले पर हिन्दू उपासना स्थल था।
भाजपा नेता स्वर्गीय लालजी टंडन (BJP leader Late Lalji Tandon) ने भी दावा किया था कि लक्ष्मण टीला पर पहले हिन्दू उपासना स्थल था जो कि लक्ष्मण के शेष अवतार होने के कारण शेष गुफा (Shesh Gufa) के रूप में प्रसिद्ध था। जहां लोग दूध और फल फूल चढ़ाया करते थे। बाद में उस प्राचीन मंदिर को तोड़कर यहां मस्जिद बना दी गई।