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इनसे सीखें: 13 साल के लड़के ने अपनी जिन्दगी दांव पर लगा बचाई महिला की जान

गोसाईगंज क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 वर्षीया महिला सुबह के समय टहलते हुए शहर स्थित गोलाघाट के पास पहुंची और पुल से गोमती नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान नदी किनारे मछली पकड़ रहा वलीपुर गांव निवासी मिंदर मेवालाल महिला को बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा।

Aditya Mishra
Published on: 16 Dec 2018 11:07 AM IST
इनसे सीखें: 13 साल के लड़के ने अपनी जिन्दगी दांव पर लगा बचाई महिला की जान
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सुल्तानपुर: ‘खुद के लिए तो सभी जीते है लेकिन जो दूसरों के लिए जीता है उसी का नाम जग में अमर होता है। जो सुख दूसरों के लिए जीने में है वो अपने लिए जीने में नहीं’। इस कहावत को आज एक बार फिर से सुल्तानपुर में रहने वाले एक 13 साल के लड़के ने चरितार्थ कर दिखाया है। उसने अपनी जान पर खेलकर नदी में डूब रही 23 वर्षीय युवती की जान बचा ली। गांव के लोग अब उस लड़के की बहादुरी के किस्से सुना रहे है।

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ये है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार गोसाईगंज क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 वर्षीया महिला सुबह के समय टहलते हुए शहर स्थित गोलाघाट के पास पहुंची और पुल से गोमती नदी में छलांग लगा दी। आस पास के लोगों ने देखकर शोर मचाया। इस दौरान नदी किनारे मछली पकड़ रहा वलीपुर गांव निवासी मिंदर (13) पुत्र मेवालाल महिला को बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा। मिंदर ने खुद की परवाह किए बिना पानी में डूब रही महिला को बचा लिया।

पुलिस चौकी प्रभारी रमेश सिंह ने अलाव जलाकर महिला को ठंड से फौरी राहत दिलाई। फिर पीआरबी ने महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया। घटना के पीछे घरेलू विवाद बताया जा रहा है। चौकी इंचार्ज ने बताया कि किशोर की बहादुरी से महिला की जान बची है।

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हर किसी ने ठोंकी पीठ पर मदद के लिए नहीं बढ़ाया हाथ

ख़ैर मिंदर ने छोटी सी उम्र में जो किया उसकी जितनी भी प्रशंसा हो कम है। लेकिन उसकी तस्वीर सामनें आने के बाद कहीं न कहीं केंद्र और प्रदेश सरकार के सर्व शिक्षा अभियान की कलई भी खुल गई। देश से साक्षरता मिटाने के लिए सरकारें भले ही करोड़ो का बजट फूंक रही हों लेकिन वो खर्च सही नहीं हो रहा। वरना जो तस्वीर सामनें आई वो न होती।

हद तो ये है के पुलिस से पब्लिक तक हर किसी ने उसकी पीठ ठोंकी पर किसी ने उसे अंधकार से निकाल कर शिक्षा के उजाले तक ले जानें के लिए नहीं कदम नही बढ़ाया। फिलहाल गोमती मित्र मंडल द्वारा उत्कृष्ट कार्य के लिए बहादुर किशोर का सम्मान किया जाएगा। आदि गंगा गोमती की आरती के दौरान उसका सम्मान होगा।

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Aditya Mishra

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