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लखनऊ जंक्शन पर पानी का संकट दूर करने के लिए जल्द लगेगा ट्यूबवेल
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर पानी का संकट दूर करने के लिए जल्द ही नया ट्यूबवेल लग जाएगा। लखनऊ जंक्शन पर रोजाना करीब डेढ़ लाख लीटर पानी की खपत होती है। इसमें यात्रियों के पीने के पानी के साथ ट्रेनों की धुलाई भी शामिल हैं।
लखनऊ : पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर पानी का संकट दूर करने के लिए जल्द ही नया ट्यूबवेल लग जाएगा। लखनऊ जंक्शन पर रोजाना करीब डेढ़ लाख लीटर पानी की खपत होती है। इसमें यात्रियों के पीने के पानी के साथ ट्रेनों की धुलाई भी शामिल हैं।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (डीसीएम) ने सोमवार को बताया कि लखनऊ जंक्शन पर यात्रियों को पानी के संकट से जल्द ही मुक्ति मिलेगी। यहां के कैब-वे पर जल्द ही नया ट्यूबवेल लग जाएगा। ट्यूबवेल की बोरिंग का कार्य शुरू हो गया है।
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उन्होंने बताया कि लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर रोजाना करीब डेढ़ लाख लीटर पानी की खपत होती है। इसमें यात्रियों के पीने के पानी के साथ ट्रेनों की धुलाई भी शामिल हैं। इस समय यहां पर तीन ट्यूबवेल मौजूद हैं, लेकिन इनकी क्षमता इतनी नहीं है कि ये खपत पूरी कर पाएं। वहीं आए दिन जंक्शन पर कोई न कोई ट्यूबवेल खराब हो जाता है। इससे यात्रियों को पीने का पानी तक मयस्सर नहीं होता और मुसीबतें उठानी पड़ती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए अब प्लेटफॉर्म नम्बर छह पर बने कैब-वे पर नई बोरिंग का काम शुरू हो गया है। नया ट्यूबवेल लग जाने के बाद स्टेशन पर पानी की कमी नहीं होगी।
गौरतलब है कि लखनऊ जंक्शन पर गर्मियों में पानी की किल्लत हो जाती है इससे वेंडर यात्रियों से मनमानी कीमत वसूलते हैं। यात्रियों ने कई बार वेंडरों द्वारा मनमानी कीमत लिए जाने की शिकायत रेलवे प्रशासन से की है।
उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर में हर तीन मिनट पर मिलेगी मेट्रो ट्रेन
लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) ने उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया रूट पर हर तीन मिनट में मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी पूरी कर ली है। फिलहाल जनता के लिए मेट्रो ट्रेन शुरू करने के लिए राज्य सरकार की मंजूरी का इंतजार है।
लखनऊ मेट्रो के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि एलएमआरसी उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो के कमर्शियल रन की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। राजधानी के लोगों को एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक सुरक्षित व आरामदायक यात्रा उपलब्ध कराने के लिए मेट्रो तैयार है। राज्य सरकार की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही जनता के लिए मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक के करीब 23 किलोमीटर रूट पर हर तीन मिनट में मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। इस रूट पर मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है।
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प्रवक्ता ने बताया उत्तर -दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो ट्रेन शुरू होने पर लोग करीब 40 मिनट में चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया तक पहुंच सकेंगे। पूरे कॉरिडोर का किराया निर्धारित कर दिया गया है। इस रूट पर ट्रेन चलने से लोगों का सफर काफी आरामदायक व सुरक्षित रहेगा। किसी तरह की दिक्कत होने पर मेट्रो तत्काल लोगों को मदद पहुंचाएगी। उन्होंने बताया कि मेट्रो से न तो जाम में फंसने की झंझट होगी न गर्मी में पसीना बहाना पड़ेगा।
यदि मेट्रो में यात्रा के दौरान यात्रियों को कोई दिक्कत हुई तो मेट्रो खुद-ब-खुद अगले स्टेशन पर रुक जाएगी। सीसीटीवी से मेट्रो के अंदर यात्रियों पर नजर रखा जाएगा। यदि फिर भी किसी तरह दिक्कत होती है तो ऑपरेटर ट्रेन रोक देगा। वहीं यात्रियों की तबियत खराब होती है तो अगले स्टेशन पर उन्हें उतार लिया जाएगा। इसके बाद कर्मचारी सम्बंधित यात्री को अस्पताल पहुंचाएंगे।
मेट्रो के हर कोच में एक जगह टाक बैक बटन लगाई गई है। जिसे ऑन कर लोग विशेष परिस्थिति में ट्रेन ऑपरेटर से बात भी कर सकेंगे। कोच में लगे सीसीटीवी कैमरे बटन दबाने वाले की तरफ मूव हो जाएंगे। फिर बटन दबाने वाले की तस्वीर भी कंट्रोल रूम व ऑपरेटर के पास पहुंच जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि लखनऊ मेट्रो के चार स्टेशन सुरंग में बने हैं। लिहाजा इसमें यात्रा करने पर यात्रियों को रोमांच का भी अहसास होगा। एलएमआरसी ने सुरंग के चारों स्टेशनों पर वेंटिलेशन का विशेष इंतजाम किया है। आग लगने व धुआं भरने की स्थिति में भी यात्रियों को जरा भी नुकसान नहीं होगा। स्टेशन पर लगे बड़े-बड़े एग्जास्ट फैन धुआं होते ही खुद चलने लगेंगे। यह इतने शक्तिशाली हैं कि कुछ ही मिनट में धुआं बाहर कर देंगे। इसके साथ सभी भूमिगत स्टेशन वातानुकूलित हैं। एक सिस्टम फेल होने पर दूसरा काम करना शुरू कर देगा।